जय सांई राम।।।
आदमी लाख़ संभालने पर भी गिरता है, मगर झुकके उसको जो उठा ले वो ख़ुदा होता है।
यही पशु प्रवृत्ति है कि आप आप ही चरे, वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिये मरे।
जीवन का संगीत परोपकार से पुण्य होता है।
अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई
ॐ सांई राम।।।