गणपति की आराधना में लीन हुआ पूरा महाराष्ट्र
मुंबई। शहरवासियों ने शनिवार को गणपति के लिए पलक-पांवड़े बिछा दिए। महाराष्ट्र वालों के सबसे प्रिय देव गणेश को समर्पित गणेशोत्सव की शुरुआत धूमधाम से हुई। वैसे भी, शनिवार के दिन गणेश चतुर्दशी पड़ने से मुंबई वालों के लिए उत्सव का मजा दो-गुना हो गया। दरअसल, शनिवार कार्यदिवस का अंतिम दिन (वीक-इंड) होता है और इस रोज पार्टी व उत्सव मनाने के लिए मुंबईवाले मशहूर हैं।
पहले दिन गणेश की प्रतिमाओं-मूर्तियों की भव्य तरीके से स्थापना हुई। इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग अपने देव की आराधना के लिए जमा थे। कई जगहों पर हाथियों पर सवार देव के पीछे भक्तों की गाते-बजाते दल मौजूद थे तो कई जगह लोगों ने अपने-अपने घरों में ही गणेश की पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की।
लोग सुबह से ही सड़कों पर उतर आए। समृद्धि और बुद्धि के ईश्वर गणेश अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग रंगों व आकार-प्रकार में नजर आए। अपने देवता को लोग टैक्सी व ट्रेनों के जरिए एक जगह से दूसरे जगह ले जाते दिखे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलास राव देशमुख ने अपने सरकारी बंगले पर स्थापित गणेश प्रतिमा की निजी तौर पर पूजा की। हर साल की तरह नाना पाटेकर ने इस साल भी खुद गणेश प्रतिमा स्थापना से लेकर पूजा तक का कार्य अपने अलग अंदाज में किया। इस मौके पर मीडिया के ढेर सारे लोग मौजूद थे। नासिक और मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में लोग 'गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया' के उद्घोष के साथ गणपति पूजन में शामिल हुए।