ॐ साईं राम~~~
दौलत पद और सत्ता मिलने और खोने पर क्या होता है ~~~
दौलत की दो लात हैं, तुलसी निश्चय कीन ।
आवत में अंधा करें, जावत करे अधीन ।।
दौलत, संपत्ति और पद जब मिलते हैं, तो मनुष्य अंधा हो जाता है, और जब ये छिनते हैं तो मनुष्य पागल हो जाता है यानि उसका दास गुलाम होकर पगलाया फिरता है – तुलसीदास
जय साईं राम~~~