बाबा के वाक्य :
"नेकी कर दरिया मे डाल"
अर्थात्
भलाई करने के बाद उसे कभी व्यक्त नहीं करना चाहिये |
बाबा कहते हैं, कि भला आदमी चंदन की तरह होता है, जैसे चंदन को कुल्हाड़ी से काटने पर कुल्हाड़ी से खुशबू देता है | जलाओ तो महक आती है, घिसो तो सुगन्ध आती है, मस्तक पे लगाओ तो शीतलता प्रदान करता है, रखें तो खुशबू देता है, ऎसे ही मनुष्य परमात्मा के सुरक्षित हाथों मे होता है, किसी मनुष्य को कभी सताना नहीं चाहिये |
~~OmSaiRam~~