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Author Topic: ~*सदविचार*~  (Read 337720 times)

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Offline Dipika

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Re: ~*सदविचार*~
« Reply #90 on: June 12, 2011, 11:36:32 AM »
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  • The function of the mind is to think; it cannot remain for a minute without thinking. If you give it a Sense-object, it will think about it. If you give it to a Guru, it will think about Guru.




    साईं बाबा अपने पवित्र चरणकमल ही हमारी एकमात्र शरण रहने दो.ॐ साईं राम
    साईं बाबा अपने पवित्र चरणकमल ही हमारी एकमात्र शरण रहने दो.ॐ साईं राम


    Dipika Duggal

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #91 on: June 13, 2011, 02:57:21 AM »
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  •  ;D


    surrender is when in reality you are faced a situation and you surrender to BABA


    Bookish knowledge is useless   ;D


    साईं बाबा अपने पवित्र चरणकमल ही हमारी एकमात्र शरण रहने दो.ॐ साईं राम
    « Last Edit: June 13, 2011, 03:01:42 AM by diPika »
    साईं बाबा अपने पवित्र चरणकमल ही हमारी एकमात्र शरण रहने दो.ॐ साईं राम


    Dipika Duggal

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #92 on: June 13, 2011, 02:59:11 AM »
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  • बाबा के वाक्य :

    "नेकी कर दरिया मे डाल‌"

    अर्थात्
    भलाई करने के बाद उसे कभी व्यक्त‌ नहीं करना चाहिये |

    बाबा कहते हैं, कि भला आदमी चंदन की तरह होता है, जैसे चंदन को कुल्हाड़ी से काटने पर कुल्हाड़ी से खुशबू देता है | जलाओ तो महक आती है, घिसो तो सुगन्ध आती है, मस्तक पे लगाओ तो शीतलता प्रदान करता है, रखें तो खुशबू देता है, ऎसे ही मनुष्य परमात्मा के सुर‌क्षित हाथों मे होता है, किसी मनुष्य को कभी सताना नहीं चाहिये |

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    "नानक नाम चढदी कला, तेरे पहाणे सर्वद दा भला "

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #93 on: June 16, 2011, 02:15:54 AM »
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  • "जीवन एक नाटक है , यदि हम इसके कथानक को समझ ले तो सदैव प्रसन्न रह सकते है।"

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #94 on: June 16, 2011, 02:18:52 AM »
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  • यदि घर का काम-काज करते हुए ज्ञान की उच्च मंजिल प्राप्त करना चाहो तो अपने घर में मंदिर की भावना पैदा करो और उसे अपने प्रेम एवं सेवा द्वारा समुचित मंदिर बना दो।

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #95 on: June 16, 2011, 02:19:53 AM »
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  • सूर्य हर जगह वही है , आकाश हर जगह वही है। धरती , जल , अग्नि और वायु हर जगह वही है। जब वतन की यह सब चीज़े सब जगह उपस्थित हैं, तब जहाँ तहाँ वतन ही हुआ। परदेस तो केवल दिल का भ्रम है।

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #96 on: June 16, 2011, 02:20:47 AM »
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  • फूल की सुगंध की तरह संसार में रहो । ऐसा न हो कि तुम किसी पर भार हो जाओ।

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #97 on: June 18, 2011, 01:07:21 AM »
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  • 'What are obstacles? They are nothing! There is no obstacle that cannot be overcome. Obstacles are like stones on the path: you walk over them or around them. Never let them upset you. Never become involved with them in such a way that they become part of your life. Observe them and let them pass, for they do not belong to you. If obstacles continue to disturb you, offer them to the Lord and He knows why they have come into your life. The Lord is always there to help you, if only you ask for His help.'

    OMSAIRAM
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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #98 on: June 20, 2011, 03:09:11 AM »
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  • कहते हैं कि चाह अगर सच्ची हो तो मंजिल तक पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता। जरूरत है उस तीव्र प्यास की जो सीधे आत्मा को परमात्मा से जोड़ देती है। ऐसे एक नहीं बल्कि सैकड़ों उदाहदण हैं, जो यह सिद्ध करते हैं कि मनुष्य जब कुछ पाने के लिये अपने जीवन की बाजी लगाने को तैयार हो जाता है तो अपने मकसद में कामयाबी अवश्य ही मिलती है।

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #99 on: June 20, 2011, 03:10:25 AM »
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  • फूल की सुगंध की तरह संसार में रहो । ऐसा न हो कि तुम किसी पर भार हो जाओ।

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #100 on: June 25, 2011, 12:51:36 AM »
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  • ईर्ष्‍या या घृणा के के विचार मन में प्रवेश होते ही खुशी गायब हो जाती है, प्रेम व शुभ-भावना युक्‍त विचारों से उदासी दूर हो जाती है ।

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #101 on: January 19, 2012, 07:38:30 AM »
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  • जो इंसान मामूली बातों में झूट बोलता है
    उस  पे महत्व पूर्ण बातों पे कैसे विशावास कीया जा सकता  है  ?
    साईं बाबा अपने पवित्र चरणकमल ही हमारी एकमात्र शरण रहने दो.ॐ साईं राम


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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #102 on: January 19, 2012, 07:40:46 AM »
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  • माँ का महत्व

    १ आसमान ने कहा ....माँ एक इन्द्रधनुष है ,जिसमें सभी रंग समाये हुए हैं
    २ शायर ने कहा ....माँ एक ऐसी गजल है जो सबके दिल में उतरती चली जाती है
    ३ माली ने कहा ....माँ एक दिलकश फूल है जो पूरे गुलशन को मह्काता है
    ४ औलाद ने कहा ....माँ ममता का अनमोल खजाना है जो हर दिल पर कुर्बान है
    ५ वाल्मीकि जी ने कहा ....माता और मातर भूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊँचा है
    ६ वेद व्यास जी ने कहा ....माता के समान कोई गुरु नही है
    ७ पैगम्बर मोहम्मद साहब ने कहा....माँ वह हस्ती है जिसके क़दमों के नीचे जन्नत है


    Maawan Thandian Chhawan
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    Offline Dipika

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #103 on: January 19, 2012, 08:05:35 PM »
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  • वाल्मीकि जी ने कहा ....माता और मातर भूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊँचा है



    Sai baba let your holy lotus feet be our sole refuge.OMSAIRAM
    साईं बाबा अपने पवित्र चरणकमल ही हमारी एकमात्र शरण रहने दो.ॐ साईं राम


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    Offline pradeepp

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    Re: ~*सदविचार*~
    « Reply #104 on: April 28, 2012, 07:06:24 AM »
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  • baba pl bless all your bhaktas and protect them and save them from misery

    omsairam
    Baba grant  me shelter at your Holy  Feet

    DUST OF YOUR HOLY FEET

     


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