DwarkaMai - Sai Baba Forum

Indian Spirituality => Bhajan Lyrics Collection => Topic started by: JR on November 01, 2007, 11:42:08 PM

Title: तुम पीर हरो ब्रज के स्वामी !
Post by: JR on November 01, 2007, 11:42:08 PM
तुम पीर हरो ब्रज के स्वामी !

चलते-चलते पग मेरे हारे ,
कारण कौन भुलाये !

सदा रही है आस तुम्हारी ,
मारग कौन बताये !

कभी गिरा न भक्त वो तेरा
तुमने बांह जो थामी !!

चैन - रैन निस दिन खोवत है ,
नयनन आंसू आवे !

शमा करो अपराध हमारा,
बालक भटक ही जावे !

‘दास’ नारायण मुख न बोले ,
तुम हो अंतर्यामी !!