बहनों को देना सुहाग-सुहग अम्बे रानी ।
पहला सुहाग माता, पार्वती को देना ।।
शंकर बने भरतार, भरतार अम्बे रानी ।
देसरा सुहाग माता, सीताजी को देना ।
राम बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।
तीसरा सुहाग माता लक्ष्मी को देना ।
विष्णु बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।।
चौथा सुहाग माता गायत्री को देना ।
ब्रहृ बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।।
पाँचवा सुहाग माता राधा को देना ।
कृष्ण बने भरतार-भरतार अम्बे रानी ।।
छटवां सुहाग माता अनुसुइया को देना ।
ऐसा सुहाग माता हमको भी देना ।
फूले-फले परिवार-परिवार अम्बे रानी ।।
।।बोलो जयकारा होगा निस्तारा ।।