प्रिय पंजाबी बौय जय साँई राम
भला ये भी कोई नाम हुआ बाबा के दरबार में खड़े हो और अपना नाम भी नहीं बता रहे ये कैसा बाबा का बालक है ।जब तुम बाबा के सहारे हो तो फ़िर चिन्ता कैसी तुम्हें क्यों फ़िक्र है तुम्हारी फ़िक्र अब बाबा को है । चिन्ता से भरा दिल जब तुमने साँई को सौंप दिया तो निश्चिन्त हो जाओ,साँई हम सबके पिता हैं वही सबका बेड़ा पार करते हैं तुम्हारी मम्मी को वही ताकत देंगे वही तुम्हारे भैया का बेड़ा पार लगाएंगे । जय साँई राम, बोल सबसे पहले जय साँई जय साँई जय जय बाबा बोल सबसे पहले जय साँई