नाम सुमिर ले ए मनवा तू सांई को पा जायेगा
सब का मालिक एक है बन्दे सांई तुझे समझाएगा -2
पल पल सांई ध्यान लगा ले आँखों में तश्वीर बसा ले
सांई नाथ है प्यारा प्यारा सांई नाथ से नेह लगा ले - 2
सबके मन में सांई मेरा शुभ संसार बसायेगा
नाम सुमिर ले ए मनवा तू सांई को पा जायेगा
सांई भी संकट से उबारे, सांई सबको पार उतारे - 2
भव में भटकी जब हो नइया, सांई लगाये उसको किनारे -2
सांई धुन में रहने वाले सांई का दर पायेगा
नाम सुमिर ले ए मनवा तू सांई को पा जायेगा
सूर को आँखें देने वाले, निर्बल के सांई रखवाले
बांझों को संतान दिला दे, अँधियारों को देते उजाले - 2
सांई नाम का पी ले प्याला उसमें अमृत पायेगा
नाम सुमिर ले ए मनवा तू सांई को पा जायेगा
शरण तुम्हारी जो भी आता, प्यार तुम्हारा पाता है – 2
जन्म जन्म की प्यास है मिटती, दर्श तुम्हारा पाता है – 2
अपने प्रेम की, अपनी प्रीत की, सांई सुधा बरसायेगा
नाम सुमिर ले ए मनवा तू सांई को पा जायेगा
सब का मालिक एक है बन्दे सांई तुझे समझाएगा -2
नाम सुमिर ले ए मनवा तू सांई को पा जायेगा