जय सांई राम।।।
जब चारों ओर से बाबा पर
बाबा पर बाबा पर....
जब चारों ओर से बाबा पर फूलों की बरखा होने लगी
हैरान था मैं, हैरान था मै
सांई ने मुझे क्या सोच के मालामाल किया
मै क्या क्या मांगने आया था
बिन मांगे क्या क्या पा बैठा, बिन मांगे क्या क्या पा बैठा।
भई वाह़। क्या बोल है। बहुत सुन्दर भजन पोस्ट किये है बिन्दू बहन। वाह।
अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई
ॐ सांई राम।।।