क्या भरोसा जिन्दगी का सांई नाम ले – 3
अच्छा रस्ता देख के तू मंजिल जान ले – 2
लोभ मोह क्रोध रहते है सब यहाँ
मरता है शरीर लेकिन मरती नहीं आत्मा – 2
क्या भरोसा जिन्दगी का सांई नाम ले
अच्छा रस्ता देख के तू मंजिल जान ले..................
होती है सुबह और आती है शाम
बोले मुख से क्यों ना तू सांई नाम है -2
क्या भरोसा जिन्दगी का सांई नाम ले
अच्छा रस्ता देख के तू मंजिल जान ले.............
माला फेरने से जीवन कट जायेगा
कर ले कर ले भक्ति तू मुक्ति पायेगा – 2
क्या भरोसा जिन्दगी का सांई नाम ले
अच्छा रस्ता देख के तू मंजिल जान ले...............
होगा तेरा फैसला सांई के सामने
डरता है तू क्यों सांई के नाम से – 2
क्या भरोसा जिन्दगी का सांई नाम ले
अच्छा रस्ता देख के तू मंजिल जान ले............