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Indian Spirituality => Bhajan Lyrics Collection => Topic started by: JR on October 02, 2007, 12:33:17 AM
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श्री शिव वन्दना
ऐ मेरे दिले नादान..................
फरियाद मेरी सुनके, भोले नाथ चले आना,
नित ध्यान धरुँ तेरा, बिगड़ी को बना जाना ।।
तुझे अपना समझकर मैं, फरियाद सुनाता हूँ,
तेरे दर पे आकर मैं, नित धूनी रमाता हूँ,
क्यों भूल गए बाबा, मुझे समझ के बेगाना ।।
नित ध्यान धरुँ तेरा....................
मेरी नांव भंवर डोले, तुम ही तो खेवैया हो,
जग के रखवाले तुम, तुम ही तो कन्हैया हो,
कर बैल सवारी तुम, भाव पार लगा जाना ।।
नित ध्यान धरुँ तेरा.....................
तुम बिन न कोई मेरा, अब नाथ सहारा है,
इस जीवन को मैंने, तुझ पर ही वारा है,
मर्जी है मेरी बाबा, अच्छा नहीं तड़पाना ।।
नित ध्यान धरुँ तेरा...................
नैनों में तेरे आँसू, क्यों तरस न खाता है,
क्या दोष हुआ मुझसे, मुझे क्यों ठुकराता है,
अब महर करो बाबा, सुनकर मेरा अफसाना ।।
नित ध्यान धरुँ तेरा.....................
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पितु मातु सहायक स्वामी सखा ।
तुम ही इक नाथ हमारे हो ।।
जिनके कछु और अधार नहीं,
तिनके तुम ही रखबारे हो,
प्रतिपाल करो सगरे जग को ।।
अतिशय करुणा उर धारे हो ।।
भूल है हम ही तुम को तुम तो,
हमरी सुधि नाहि बिसारे हो ।।
उपकारन को कछु अन्त नहीं,
छिन ही छिन जो विस्तारे हो ।।
महाराज । महा महिमा तुम्हारी,
समुझे बिरले बुधवारी हो ।।
शुभ शान्ति निकेतन प्रेमनिधे,
मन मन्दिर के उजियारे हो ।।
यही जीवन के तुम जीवन हो,
इन प्राणन के तुम जीवन हो,
तुम सो प्रभु पाय प्रताप हरि
तिनके अब और सहारे हो ।।