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Indian Spirituality => Bhajan Lyrics Collection => Topic started by: rajiv uppal on January 30, 2008, 07:05:21 PM

Title: बड़ा नटखट है रे कृष्ण-कन्हैया
Post by: rajiv uppal on January 30, 2008, 07:05:21 PM
बड़ा नटखट है रे कृष्ण-कन्हैया
का करे यशोदा मैय्या, हाँ ... बड़ा नटखट है रे

(ढूँढे री अंखियाँ उसे चारों ओर
जाने कहाँ छुप गया नंदकिशोर ) - २
उड़ गया ऐसे जैसे पुरवय्या
का करे यशोदा मैय्या, हाँ ... बड़ा नटखट है रे

(आ तोहे मै गले से लगा लूँ
लागे ना किसी की नज़र मन मे छुपा लूँ ) - २
धूप जगत है रे ममता है छैंया
का करे यशोदा मैय्या, हाँ ... बड़ा नटखट है रे

(मेरे जीवन का तू एक ही सपना
जो कोई देखे तोहे समझे वो अपना ) - २
सब का है प्यारा, हो सब का है प्यारा बंसी-बजय्या
का करे यशोदा मैय्या, हाँ ... बड़ा नटखट है रे