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Indian Spirituality => Bhajan Lyrics Collection => Topic started by: JR on April 12, 2008, 11:34:31 PM
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हो चेत महीना और अश्वन में, आते माँ के नौरात्रे
मुँह माँगा वर उनको मिलता, जो दर पे चलके आते
जय माँ, जय माँ - 2 हो आये नौरात्रे माता के -4
आते है हर साल नौरात्रे माता के
आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के
मैं पूजूं हर साल नौरात्रे माता के, आये नौरात्रे माता के...........आते..........
पहले नौरात्रे माता खेत्री बीज के, माँ को जोत जगाओं - 2
दूजे नौरात्रे मैया को, प्यार के साथ मनाओ,
नौरात्रे माता के आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के...............
फिर तीजे नवरात्र मात की पूजा करते रहना - 2
जय माता की - 2 स्वास स्वास है कहना, नवरात्रै माता के
नौरात्रे माता के आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के
चौथा नौरात्रै फलदायक, वेदों ने गुण गाया है - 2
पंचम नौरात्रै ने पाण्डव, माँ का भवन बनाया नौरात्रै............
षष्ठी की नौरात्र मैं ध्यानूं माँ दर्शन पाया - 2
लाज भगत की रख ली माँ, अकबर का मान घटाया
सप्तमी के दिन सात देवीयाँ भक्तों को वर देती है - 2
ऋद्घि-सिद्घि के खोल भन्डारे भक्तों के घर भरती...............
नौरात्रे माता के आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के
अष्टमी का दिन है प्यार कन्या पूजन कर लो - 2
माँ गौरी का दर्शन करके खाली झोली भर लो, नौरात्रै...............
पर नौंवी के दिन में भक्तों, माँ के दर्शन पाओं - 2
शीश झुका के मैया के दर पे, जय माता की गाओ, नौरात्रे माता के
नौरात्रे माता के आये नौरात्रे माता के जै हो नौरात्रै माता के