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Indian Spirituality => Bhajan Lyrics Collection => Topic started by: bindu tanni on July 09, 2008, 11:54:24 AM

Title: साँई भजन
Post by: bindu tanni on July 09, 2008, 11:54:24 AM
अब समझे सबसे बड़ा साँई नाम
सबसे बड़ा साँई नाम  अब समझे…………

जबसे हमने तुझको दिल में बिठाया
कोई भी दूजा अपने मन को न भाया
मेरे भगवन मेरे ख़ुदा तेरी पूजा के सिवा
हमें और नहीं कोई काम
सबसे बड़ा साँई नाम। अब समझे…………

बागों में आएं तेरे दमसे बहारें
तेरी छाया में बन्दे सुख-दुख गुज़ारें
सारी दुनिया मचाए धूम तेरी चौखट रही है चूम
घर-घर छोड़े तेरा पैगाम
सबसे बड़ा साँई नाम्। अब समझे…………

ना कोई छोटा और न कोई बड़ा है
तेरा मस्ताना तेरी मस्ती में पड़ा है
तेरा दर तेरा दरबार यहाँ जो पहुंच गया इक बार
फ़िर वो ख़ास रहा न आम
सबसे बड़ा साँई नाम । अब समझे सबसे बड़ा साँई नाम
Title: Re: साँई भजन
Post by: bindu tanni on July 16, 2008, 10:27:17 AM
काम मेरा है चाहत करूं दीद की,रुख़ से पर्दा हटाना तेरा काम है
काम है मेरा साँई तुझे देखना,आगे जलवा दिखाना तेरा काम है

मुझको तेर करम पे है कामिल यकीं
मुझको तारीख़ की कोई परवाह नहिं
काम है मेरा दर पे मैं आऊँ मगर,मुझको दर पे बुलाना तेरा काम है

भक्त का काम है कि वो सिमरन करे
साँई का काम है खाली दामन भरे
काम मेरा है ज्योति जलाना तेरी,सोयी किस्मत जगाना तेरा काम है

आभी जाओ प्रभो दो घड़ी के लिये
मेरा आज़ाद वक्ते सफ़र आगया
काम मेरा है आवाज़ देना तुझे ,आगे आना न आना तेरा काम है

मैं खिलोना हूं हाथों का भगवन तेरे
मेरी क्या ज़िन्दगी मेरी औकात क्या
काम मेरा है बन-बन के नित टूटना,तोड़ना या बनाना तेरा काम है