एक वर्ष कैसे बीत गया, अहसास तक नहीं हुआ, ऐसा लगता है जैसे कल की बात हो. बहुत कुछ पाया, बहुत कुछ सीखा और बहुत कुछ खोया भी. पर जानता हूँ यह तो प्रारम्भ है, यात्रा का, जो बहुत लंबी है, बहुत दूर जाना है अभी तो ................... !
शुक्रिया बाबा, आपके आशीर्वाद, सहयोग और प्रताप की बिना कुछ भी संभव नहीं था । सदैव अपनी दया दृष्टि हम पर बनाए रखना बाबा साईं !
ॐ श्री साईं राम !