सांई राम।।।
राधा तुम्हारा स्वागत है बाबा सांई के इस मनोरम मन्दिर में। अपनी गलती का मात्र अहसास करना ही अपने आप में माफी का दरवाजा़ खोलने जैसा है। मेरे हिसाब से सिर्फ बाबा सांई से माफी मांगना ही काफी नही होगा और ना उससे कोई मकसद हल ही होगा। जाने अनजाने में जिसका तुमने दिल दुखाया है अगर हिम्मत करके तुम खुद उससे क्षमा याचना कर लो तो इससे बढ़िया और कोई बात हो नही सकती। मुझे पूरा यकीन है कि वो सच मे तुम्हे माफ कर देगा। अगर फिर भी तुम्हारा अंहकार तुम्हारे आड़े आ रहा है तो कम से कम तुम अपने व्यवहार से उसको महसूस कराओ कि वाकई तुमसे बे-इरादतन कुछ भूल हुई है जिसका तुम्हे खेद है और भविष्य मे ऐसी भूल दोबारा ना हो इसका ख्याल रखो तो समय चलते सब अपने आप ठीक हो जायेगा।
अपना सांई सबसे प्यारा, सबसे न्यारा अपना सांई
ॐ सांई राम।।।
जय सांई राम।।।
देखा राधा कितनी जल्दी मेरे बाबा ने तुम्हारी सुन ली। तभी तो मैं बार बार कहता हूँ अपना सांई प्यारा साई सबसे न्यारा अपना सांई। समर्पित होकर तो जियो मेरे सांई पर फिर देखो कैसे चुटकियां बजाते बजाते बाबा आपकी समस्यों के शुरू होने से पहले ही समाप्त करते है।
धैर्य, श्रध्दा सबूरी रखें और बाबा के गुण गाऐं और मुक्ति पायें।
अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई
ॐ सांई राम।।।