ॐ साईं राम~~~HAPPY LOHRI TO ALL
तिल और रोङी बने "तिलौङी" यानी लोहङी~~~
कहा जाता है कि तिल और रोङी मिल कर "तिलौङी" बना जो बाद में भाषा के बहाव में बहता हुआ लोहङी बन गया।यह पंजाबियों का खुशियां मनाने का पर्व है।जिस घर में बेटा जन्मा हो या शादी हुई हो वे लोहङी बांटते है।मूगफलियां,रेवङियां,मक्की के भुने दाने,तिल,गुङ आदि सामग्री को मिला कर बांटने को ही लोहङी बांटना कहते हैं---
लोहङी बई लोहङी
दे गोङ दी रोङी
जिस घर में बधाईयां हुई हो वहां छोटे छोटे लङके लङकियां लोहङी मागने जाते हैं---
कोठी हेठ चाकू
गुङ दिउ मुंडे दा बापू
कोठी उत्ते कां
घुङ देवे मुंडे दी माँ।
पूस महीने की आखिरी रात घर के आगे लोहङी जलाई जाती हैं।उपले-लकङियां इकट्ठे कर के आग जलाई जाती है।आग के इर्द गिर्द सब अग्नि को तिल,मूंगफली,मक्की के भुने दाने भेट करते है।घर के सभी सदस्य गिद्धे-भंगङे की धमाले डालते हैं।
इस तरह सारे लोग बधाई वाले घरों की खुशियों में शामिल होकर उत्साह पूर्वक लोहङी मनाते है~~~
जय साईं राम~~~
JAI SAI RAM :-* :-* :-*
HAPPY LOHRI
LET'S CELEBRATE A BRIGHT & JOYFUL LOHRI AS THE BEGGINING OF A VERY PROSPEROUS NEW YEAR.
MAY ALL THE WISHES TURNS INTO REALITY,
JOYS DOUBLE & SORROWS GET DIVIDED.
HAPPY LOHRI
SAI RAM :-* :-* :-*