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Author Topic: कबीर' हरि के नाव सूं, प्रीति रहै इकतार ।  (Read 18524 times)

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Offline JR

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कबीर' हरि के नाव सूं, प्रीति रहै इकतार ।
तो मुख तैं मोती झड़ैं, हीरे अन्त न फार ॥



भावार्थ - कबीर कहते हैं -- यदि हरिनाम पर अविरल प्रीति बनी रहे, तो उसके मुख से मोती-ही मोती झड़ेंगे, और इतने हीरे कि जिनकी गिनती नहीं । [ हरि भक्त का व्यवहार - बर्ताव सबके प्रति मधुर ही होता है- मन मधुर, वचन मधुर और कर्म मधुर ।]
सबका मालिक एक - Sabka Malik Ek

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Offline ramaverma

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Simaran surati lagaay kar, mukh se kachhu na bol.
Bahar ka paT band kar, antar ka paT khol.

(Put your attention in Simran and don’t speak from mouth (do the simaran silently). Close all outer doors and open the inner door (the technique of meditation via simaran and concentration at eye center).

Offline Pratap Nr.Mishra

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  • राम भी तू रहीम भी तू तू ही ईशु नानक भी तू


ॐ साईं नाथाय नमः

संत कबीर ने अपने ही शब्दों में गुरु की महिमा और उसकी जरूरतों का गुणगान किया है


                        सहजो कारज संसार के, गुरु बिन होत नाहि |
                               
                       हरि तो गुरु बिन क्या मिले, समझ ले मन माहि |

अनुवाद:  यहाँ तक की तुम्हे अगर इस दुनिया में साधारण काम करने की भी जरूरत है तो
गुरु के रूप में किसी न किसी मार्गदर्शन की जरूरत पड़ती है . हे मन! फिर विचार करना है,
एक गुरु के बिना कैसे  सर्वशक्तिमान भगवान को प्राप्त कर सकते हैं.

ॐ साईं राम

Offline Pratap Nr.Mishra

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  • राम भी तू रहीम भी तू तू ही ईशु नानक भी तू

ॐ साईं नाथाय नमः


                          मूंड मुंडावत  दिन गए, अजहूँ  ना मिलिया  राम
                          राम नाम कहू  क्या करे  , जे मन  के ओरे  काम


अनुवाद : सिर मुंडवाते युग  बीत चुके हैं अभी तक भगवान के साथ कोई मिलाप नहीं हुआ
             परमेश्वर के नाम का सस्वर पाठ व्यर्थ है, जब मन कुछ और  कर रहा है

अर्थ     : मन पर नियंत्रण - निरीक्षण

ॐ साईं राम

                           Moond Munddavat Din Gaye‚ Ajhun Na Miliya Raam
                           Raam Naam Kahu Kya Karey‚ Je Man Ke Aurey Kaam


Translation : Shaving the head Ages have passed, yet no union with God
                   Recitation of Gods Name is futile, when the mind is doing something else

Meaning     : Control the mind - observe it.

ॐ साईं राम
« Last Edit: August 30, 2011, 09:58:49 AM by Pratap Nr.Mishra »

Offline Pratap Nr.Mishra

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  • राम भी तू रहीम भी तू तू ही ईशु नानक भी तू
ॐ साईं नाथाय नमः


कबीर माला  काठ  की , कहीं समझावे  तोही
मन ना फिरावे  आपना , कहा   फिरावे  मोहि


अनुवाद : कबीर, लकड़ी के मोतियों से  बनी ये  माला  , क्या तुम्हे  सिखा सकती  हैं?
                       यदि तुम्हे अपने मन की गति पर ही नियंत्रण नहीं है, तो मोती की गति का नियंत्रण क्यों?

अर्थ      :मोती नहीं मन पर नियंत्रण रखो.


   Kabir Maala Kaath Kee, Kahi Samjhave Tohi
Man Na Firave Aapna, Kaha Firave Mohi


Translation : Kabir, the rosary made of wooden beads, what can it teach you?
                            If you don't control your minds motion, why control the beads motion?

Meaning     : Control the mind, not the beads.


ॐ साईं राम
« Last Edit: August 31, 2011, 01:20:31 AM by Pratap Nr.Mishra »

Offline Pratap Nr.Mishra

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  • राम भी तू रहीम भी तू तू ही ईशु नानक भी तू



ॐ साईं नाथाय नमः


माला  तो  कर  में  फिरे , जीभ  फिरे  मुख  महीन
मनुआ  तो  चहुँ दिश  फिरे , येह तो  सिमरन  नहीं



अनुवाद : हाथ में माला को फिराते रहना  , मुंह में जीभ को फिराते रहना ,
           फिर भी मन का हर जगह भटकते रहना  , यह ध्यान नहीं है

(माला फेरते रहना  , लगातार मंत्र दोहराना, फिर भी मन गतिमान है  तो  यह ध्यान नहीं है)

अर्थ : मन को नियंत्रित करो माला और शब्दों को नहीं .



Maala To Kar Mein Phire, Jeebh Phire Mukh Mahin
Manua To Chahun Dish Phire, Yeh To Simran Nahin


Translation :The rosary rotating by the hand, the tongue twisting in the mouth,
          With the mind wandering everywhere, this isn't meditation

                  (Counting the Rosary, Repeating Mantras, If the Mind is Traveling - this is not meditation)

Meaning :     Control the mind, not the beads or the words.



ॐ साईं राम

« Last Edit: September 01, 2011, 05:31:48 AM by Pratap Nr.Mishra »

Offline Pratap Nr.Mishra

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ॐ साईं नाथाय नमः


केसन   कहा   बिगाडिया , जे  मुंडे    सौ  बार
मन  को कहे  ना मूंडिये  , जामें  विषे  विकार 


अनुवाद :   क्या नुकसान बालो  ने  किया है, जिसे बार-बार  उन्हें मुडाते रहते हो
                               क्यों न मन को मूंडिये  , जिसमे  अनियंत्रित, अनगिनत जहरीले विचार पैदा होते है

                                    अर्थ     : मन साफ - अधिक से अधिक शुद्ध, सकारात्मक और निस्वार्थ विचारो से मन को परिष्कृत करना .


Keson Kaha Bigadia, Je Moonde Sau Baar
           Man Ko Kahe Na Moondiye, Jaamein Vishey Vikaar


Translation : What harm have the hair done, you shave them hundred times
                                            Why not shave the mind, there grow unchecked countless poisonous thoughts

Meaning      : Clean the Mind - for more, see Mind Detox



ॐ साईं राम



Offline Pratap Nr.Mishra

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ॐ साईं नाथाय नमः

    कबीर सोयी  सूरमा, मन सूं मांदे झूझ
पंच प्यादा पारी  ले, दूर करे सब दूज


अनुवाद :कबीर, वह अकेला योद्धा है, जो मन पर पूर्ण नियंत्रण पा  लेता है
            कामुक पांच इन्द्रियों को कुचल कर  सभी  द्वंद्व को हटा देता है

            अर्थ    : कबीर का कहना है कि वह ही  वास्तविक योद्धा जो मन के साथ संलग्न
                     रहते हुए भी उसपर संपूर्णतः पूर्ण रूप से  नियंत्रण रखता हो . वो  पांच
 सैनिकों (इन्द्रियों ) और सभी द्वंद्व को हटा. सकता है

Kabir Soyee Soorma, Man Soon Maande Jhoojh
Panch Pyada Paari Le, Door Kare Sab Dooj


Translation : Kabir, He alone is the Warrior , who takes on the mind head-on
                   Crushing the sensual five, all duality gone

                   Meaning     : Kabir says he is the real warrior who can engage with the mind and bring
                                      it under control ; he subjugates the five soldiers and removes all dualities.

                                                Kabir uses the imagery of the war and warriors to drive home his point.Kabir
                                                 talks of the following five afflictions of the mind and the various dualities.He is
                                                the real  warrior who can  control  his mind and its senses, attenuate  the five
afflictions(Kleshas) and remove all dualities.
   

ॐ साईं राम


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कबीरा मन निर्मल भया , जैसे गंगा नीर,
पाछे-पाछे हरि फिरै , कहत कबीर-कबीर।



अनुवाद : कबीरा मन निर्मल हो जाता है ,जैसे गंगा  जल की तरह
        तब पीछे -पीछे हरि दौड़ते है  ,कबीर -कबीर कहते

                                                             अर्थ      :  कबीर कहते हैं कि मनुष्य के मन गंगा जल की तरह निर्मल हो जाने पर हरि अर्थात् ईश्वर                 
                                                         को  खोजने की आवश्यकता नहीं अपितु हरि ही मनुष्य के पीछे-पीछे दौड़ा चला आएगा।

Kabir Man Nirmal Bhaya, Jaise Ganga Neer
Pache Pache Har Phire, Kahat Kabir Kabir

Translation : Kabir said,cleaned own mind , Like The Holy Ganges River
  Everyone follows behind, Saying Kabir, Kabir

                    Meaning       : Kabir says, when the human mind is cleaned  like the waters of Ganga, 
                                         Need not to find the God , inspite of that the God will come and runnig
behind to  the man .



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कबीर गर्व न कीजिये , ऊंचा देखि आवास
काल परों भूईं लेटना , ऊपर जमसी घास !


अनुवाद :  कबीर, इतना गर्व करना व्यर्थ है , अपनी भव्य ईमारत को देखकर
                           आखिर में तुझे पृथ्वी के भीतर ही लेटना है और तेरे ऊपर घास को ही उगना है.

                      अर्थ       :  गर्व करना सर्वथा  व्यर्थ ही है .कल मृत्यु के पश्च्यात सबकुछ यहाँ का यहाँ ही धरा का धरा 
                                    रह जायेगा . तू खुद  इस मिट्टी में मिल जायेगा और उसपर उगी घास की एक चादर ही
                                    छानी है .

 Kabira Garv Na Keejiye, Uncha Dekh Aavaas
  Kaal Paron Punyah Letna, Ouper Jamsi Ghaas


Translation  : Kabir , Don't be so proud and vain, Looking at your high mansion
 Tomorow you'll lie under feet, On top will grow Grass

                 Meaning       : Don't be proud and vain, tomorrow you'll be lying six foot under feet, on top
                        will grow grass.



ॐ साईं राम


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ॐ साईं नाथाय नमः

जैसे तिल में तेल है, ज्यों चकमक में आग |
तेरा साईं तुझ में है, तू जाग सके तो जाग ||

अनुवाद : जैसे तिल के बीज में तेल है, चकमक पत्थर में आग
                              ईश्वर का वास तुम्हारे मन मंदिर में ही है , ढूंड सकता है तो ढूंड

                             अर्थ      :   ईश्वर को इधर -उधर ढूंढने की अवसकता ही नहीं है क्योकि ईस्वर स्वयं
                                                          तुम्हारे मन मंदिर में सदेव आसीन रहते है बस तुम्हे उन्हें केवल ढूंढने की जरूरत है


Jaise til mein tel hai, jyon chakmak mein aag
Tera sai tujh mein hai, tu jaag sake to jaag


translate  :  Like seed contains the oil,  fire in flint stone
                       Your temple seats the Divine, realize if you कैन.

                                             Meaning  :   God is within, like the oil in the seed - wake up if you have the power to.



ॐ साईं राम


Offline Devbani

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rahiman dhaga prem ka mat todo chatkay

jode se fir na jude ,jude ganth pad jaye

Offline Devbani

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rahima iss sansaar me sabse rakhiyo dhaay

na jane kiss roop me narayan mil jaye

 


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