Join Sai Baba Announcement List


DOWNLOAD SAMARPAN - Nov 2018





Author Topic: ज्ञानी कहै काल अन्यायी । शब्द बिना तू खाय चबाई ।।  (Read 2792 times)

0 Members and 1 Guest are viewing this topic.

Offline JR

  • Member
  • Posts: 4611
  • Blessings 35
  • सांई की मीरा
    • Sai Baba
ऊँ सांई राम

ज्ञानी कहै काल अन्यायी ।  शब्द बिना तू खाय चबाई ।।
अब तुम कस खैहो बटसारा ।  पुरुष शब्द दीन्हों टकसारा ।।
पांच जनेकी मेटो आसा ।  पुरुष शब्द भाषोविश्वासा ।।
सुभ अरु असुभ का करे निबेरा ।  मेटो काल सकल उरझेरा ।।

अर्थ - इसीलिये तो मैं आया हूँ ।  तुमने एक भी जीव को सतलोक नहीं आने दिया ।  तब इनके पास में सच्चा नाम नहीं था ।  ये अपने जोर से पार होना चाहते थे ।  तुमने इन्हें खा लिया ।  पर अब मैं परम पुरुष का बड़ा जबरदस्त नाम इन्हें दूंगा और तुम्हारा वश अब जीव पर नहीं चलने दूंगा ।  अन्दर से विश्वास भी नाम जीव को देता जाएगा ।  शुभ और अशुभ का ज्ञान भी अन्दर से होता जाएगा ।  नाम जीव को पूरी सुरक्षा देता चलेगा और तुम्हारे सब बन्धनों से छुड़ाकर अमर लोक ले जायेगा ।  साहिब ने एक अन्य स्थान पर भी कहा है - सुमिरन पाय सत्य जो वीरा, संग रहूं मैं दास कबीरा ।   साहिब ने कहा है - कि जिसे नाम दे देता हूँ, साथ हो जाता हूँ ।

जय सांई राम
सबका मालिक एक - Sabka Malik Ek

Sai Baba | प्यारे से सांई बाबा कि सुन्दर सी वेबसाईट : http://www.shirdi-sai-baba.com
Spiritual India | आध्य़ात्मिक भारत : http://www.spiritualindia.org
Send Sai Baba eCard and Photos: http://gallery.spiritualindia.org
Listen Sai Baba Bhajan: http://gallery.spiritualindia.org/audio/
Spirituality: http://www.spiritualindia.org/wiki

 


Facebook Comments