ॐ सांई राम~~~
मां के सपने~~~
मां तो आखिर मां होती है ,
तुम्हारी हो , या फिर हमारी हो,
या फिर पुरे भारत की ।
जुटी रहती है दिन-रात
ताकि पूरे हो सकें
हमारे तुम्हारे प्यारे सपने ।
ये अलग बात है कि
उस मां के भी
कुछ सपने होते हैं,
जो उसके अपने होते हैं ।
जिनकी उम्मीद में,
पुरा होने की प्यास में,
मां एक दिन मर जाती है ।
सोचती हूँ,
क्या कभी हम या तुम भी,
अपनी मां के लिए,
वह सब करते हैं,
जो वह हमारे लिए
कर जाती है ।
जय सांई राम~~~