DwarkaMai - Sai Baba Forum
Indian Spirituality => Mantras and Slokas => Topic started by: tana on April 08, 2007, 10:21:52 PM
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ॐ सांई राम !~!
एक श्ळोकी रामायण !~!
आदौराम तपो वनादि गमनं ह्रत्वा म्रगं कंचनम् |
वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव सम्भाषणम् ||
बाली निग्रहणं समुद्र तरणं लंकापुरी दाहनम् |
तत्पशचात् रावण कुम्भ्करण् हननं एतद् रामायणम् ||
जय सांई राम !~!
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color=green]ॐ सांई राम ~~~
एक श्ळोकी रामायण ~~~
आदौराम तपो वनादि गमनं ह्रत्वा म्रगं कंचनम् |
वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव सम्भाषणम् ||
बाली निग्रहणं समुद्र तरणं लंकापुरी दाहनम् |
तत्पशचात् रावण कुम्भ्करण् हननं एतद् रामायणम् ||
जय सांई राम ~~~[/color]
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ॐ सांई राम~~~
एक श्ळोकी रामायण~~~
आदौराम तपो वनादि गमनं ह्रत्वा म्रगं कंचनम् |
वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव सम्भाषणम् ||
बाली निग्रहणं समुद्र तरणं लंकापुरी दाहनम् |
तत्पशचात् रावण कुम्भ्करण् हननं एतद् रामायणम् ||
जय सांई राम~~~
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ॐ सांई राम~~~
एक श्ळोकी रामायण~~~
आदौराम तपो वनादि गमनं ह्रत्वा म्रगं कंचनम् |
वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव सम्भाषणम् ||
बाली निग्रहणं समुद्र तरणं लंकापुरी दाहनम् |
तत्पशचात् रावण कुम्भ्करण् हननं एतद् रामायणम् ||
जय सांई राम~~~