DwarkaMai - Sai Baba Forum
Indian Spirituality => Mantras and Slokas => Topic started by: vickyanchal on June 14, 2011, 11:14:10 AM
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TUM HI BHAKTO KE ANATH NATH !
RAHTE HO SADA ANATHO KE SATH !!
TUM HI GAJANAN ALLAH ESHWAR !
BRAHMHA VISHNU SAI MAHESWAR !!
TUM HO SARDHA LAXMI KALI !
ANPURNA DURGA SEROWALI !!
SAI TUM NIRAKAR VISHAMBAR !
ALAKH NIRANJAN TUM JAGDIS !!
JITENDRIYA MAHBIR TRITHKAR !
BRUDH ESHA AWLIYA SUBHANKAR !!
TUM SAI DILDAR DATA !
BHAKT JO MANGE SAB KUCH PATA !!
MAINE BHI MANGA JO JO SAI !
ISKHA MERI SAB PURI KARAI !!
DHAN SAMPATI SANTATI PAI !
PHIR BHI WASNA THAM NA PAI !!
JAISE JAISE DHAN HANTH AYA !
MAN ME LOBH KO BARHTE PAYA !!
AMIRI ME SATTA KRITI KO CHAHA !
APNE ME HO ME MASGUL RAHA !!
MAN ME MAD LOBH KO PAKAR !
VRITI ME RAHI JALIM AKAR !!
SUKH KI AANS ME LAGAI DOUD !
RISTE NATO KO DIYA TOR !!
GHAMND ME DOSTI SAMJH NA PAYA !
GHARWALO KA PYAR THUKRAYA !!
SATTA KE PICHE LAGA BHAGNE !
KRITI KA DAMAN PAKRA MAN ME !!
SATTA KRITI KI LAGI DHUN !
PALBHAR MAN ME NA RAHA SAKUN !!
SABKUCH SAI DIYA AAPNE !
PHIR BHI NA PAI SANTI MAN ME !!
JINDAGI ME MAINE JO BHO PAYA !
RAHA USH ME NIT KAR KA SAYA !!
AB TERI SARAN ME AAYA SAI !
DIJO KRIPALU MUJHE DUHAI !!
KUCH NA SUJHE SUD BUD BISRAI !
AAGE KNUA PICHE KHAI !!
DUSMANO KI JALAN UMADKAR AAI !
DANYE BANYE HAI AAG LAGAI !!
JIVAN SAB SUKH DUKH KA MELA !
CHKRAVIU ME FANSA MAI AKELA !!
MAN MERA JALIM BAHU TARSAYE !
KYA KARU SAI SUJH NA PAYE !!
DAR DAR GOTE KHA RAHA HU !
DUKH SAGAR ME TER RAHA HU !!
KIJO SAI MERO NAYYA PAR !
YU NA CHORO BICH MAJHDAR !!
DIJO SAI EK WARDAN !
JAB TAK RAHE JAN ME JAN !!
HAR PAL TUMHARI YAD HO AASAN !
KISI BHI HALAT ME NA RAHU PARESAN !!
TUM SE BANA SRISTI KA HAR KAN !
TUM SE BANDHI SAMAY KI DHARKAN !!
RANGIN SUMANO KA SUNDAR CHAMAN !
BANVARO KA USH PAR MADHUR GUNJAN !!
KANHI AUR NAHI AMAR YAHI HAI AMAN !
SACHHE SUKH SE BHARE MERA JIVAN !!
SURAJ KE SUNHRE KIRAN SAT !
SAT RANGO KA IN ME RAHE SATH !!
INHI SATO SE BHARE SRISTI ME RANG !
INHI SE JINDA HAI JINE KI UMANG !!
SAI TUM VIDHATA TUM CHITRAKAR !
TUM HI PRERNA TUM HI VICHAR !!
SAI, SAT RANGO KA MAI JANU RAJ !
SUNO DATA MERE DIL KI AAWAJ !!
PHULO KI MAHAK SE BHAR JAYE MAN !
SATO ME RANG JAYE JIVAN TARANG !!
JAISE DHARTI GAGAN KA HO MILAN !
CHAND SAGAR KA GUPT SANYAM !!
JAISE ANSH VISHAL ME HO FHANA !
BHAKT BHAGWAN ME HO DIWANA !!
APNI HI DHUN SE KHOYA KHOYA !
AB TAK SARI MAI JINDAGI JIYA !!
JAB DUKHO KA TUFAN AAYA !
SAI TUJHE AB YAD KIYA !!
SAI TERE AJAB HAI KARM !
TERI DUA HAR JAKHAM PAR MARHAM !!
TUNE SIKHAYA INSANIYAT KA DHARAM !
TUM KHUD HI KHUDA HO SAI PARAM !!
SRIDI ME KIYA TUNE VISHRAM !
SRIDI KO BANAYA TIRATHDHAM !!
TUM KAHTE RAHE LOGO KO SADA !
ALLAH MALIK, MAI KHUDA KA BANDA !!
SAI TERI VINAMRATA KI YE AADA !
DEKH KAR NAJ AAYE KHUDA KO SADA !!
SRADHA SABURIKA SANDESA PAWAN !
DIYA SAI TUMNE ANTI MAN BHAWAN !!
SRADHA SE JANIT MAN ME VISHWAS !
HAR PAL PAYA TUMHE DIL KE PAS !!
SABURI SE JAGA MAN ME SANYAM !
PARIBARTAN HAI SRISTI KA NIYAM !!
JINDAGI SUKH DUKH KA YOG CHAKRA !
DIN AUR RAT KA ANUTHA CHAKRA !!
TERE DIDAR SE HOWE SANKAT PAR !
SAI NAM MANTRA KHOLE SUKH KA DWAR !!
SAI NAM MANTRA SE VHAI KA NAS !
SAB SUKH PAWE ANAND AVHINAS !!
SAI KAR DO DATA ESA CHAMTKAR !
DUNIYA ME KOI NA RAHE DIN LACHAR !!
GARIBO KE SAI DUR HO KAST !
JIVAN ME RAHE SABHI SANTUST !!
CHAHE INSAN HO GARIB YA AMIR !
KHUSIYA SE BHAR DO UNKE TAKDIR !!
SAD KAMNAYE UNKI PURI HO !
DHAN SUKH SANTI KI PRAPTI HO !!
AISE KRIPA SAB PAR KARO SAINATH !
DUKH ME SABURI SE JUDE HANTH !!
SUKH KO GHARI ME SRADHA KA HO SATH !
ANTH ME DARSAN TERA HO SAI NATH !!
JO BHI BHAKT PADE YAH GRANTH !
"OM SAINATH NAMAH" YAH MANTRA !!
WO HO JAYE SAI KRIPA KA PATRA !
UN PER AKSHAYA RAHE SAI RAKSHA CHATRA !!
OM SAI RAM OM SAI RAM
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।। सदगुरु सांई नाथ महाराज की जय ।।
सांई कष्ट निवारण मन्त्र
कष्टों की काली छाया दुखदायी है, जीवन में घोर उदासी लाई है ।
संकट को टालो सांई दुहाई है, तेरे सिवा ना कोई सहाई है ।
मेरे मन तेरी मूरत समाई है, हर पल हर क्षण महिमा गाई है ।
घर मेरे कष्टों की आँधी आई है, आपने क्यों मेरी सुध भुलाई है ।
तुम भोले नाथ हो दया निधान हो, तुम हनुमान हो महा बलवान हो ।
तुम्ही हो राम और तुम्ही श्याम हो, सारे जगत में तुम सबसे महान हो ।
तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे, करता हूँ प्रार्थना भव से तार दो ।
तुम्ही मुहम्मद हो गरीब नवाज हो, नानक की वाणी में ईसा के साथ हो ।
तुम्ही दिगम्बर तुम्ही कबीर हो, हो बुद्घ तुम्ही और महावीर हो ।
सारे जगत का तुम्ही आधार हो, निराकार भी और साकार हो ।
करता हूँ वन्दना प्रेम विश्वास से, सुनो सांई अल्लाह के वास्ते ।
अधरों में मेरे नहीं मुस्कान है, घर मेरा बनने लगा श्मशान है ।
रहम नजर करो उजड़े विरान पे, जिन्दगी संवरेगी इस वरदान से ।
पापों की धूप से तन लगा हारने, आपका ये दास लगा पुकारने ।
आपने सदा लाज बजाई है, देर ना हो जाये मन शंकाई है ।
धीरे-धीरे धीरज ही खोता है, मन में बसा विश्वास ही रोता है ।
मेरी कल्पना साकार कर दो, सूनी जिन्दगी में रंग भर दो ।
ढ़ोते-ढ़ोते पापों का भार जिन्दगी से, मैं हार गया जिन्दगी से ।
नाथ अवगुण अब तो बिसारो, कष्टों की लहर से आके उबारो ।
करता हूँ पाप मैं पापों की खान हूँ, ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर मैं अज्ञान हूँ ।
करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल मैं, तार दो जीवन ये चरणों की धूल से ।
तुमने उजाड़ा हुआ घर बसाया, पानी से दीपक तुमने जलाया ।
तुमने ही शिरड़ी को धाम बनाया, छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया ।
कष्ट पाप श्राप उतारो, प्रेम दया दृष्टि से निहारो ।
आपका दास हूँ ऐसे ना टालिये, गिरने लगा हूँ सांई सम्भालिये ।
सांई जी बालक मैं अनाथ हूँ, तेरे भरोसे रहता दिन-रात हूँ ।
जैसा भी हूँ, हूँ तो आपका, कीजै निवारण मेरे संताप का ।
तू है सवेरा और मैं रात हूँ, मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ ।
सांई मुझसे मुख ना मोड़ो, बीच मझदार अकेला ना छोड़ो ।
आपके चरणों में बसे प्राण है, तेरे वचन मेरे गुरु समान है ।
आपकी राहों पे चलता दास है, खुशी नहीं कोई जीवन उदास है ।
आंसू की धारा है डूबता किनारा, जिन्दगी में दर्द, नहीं गुजारा ।
लगाया चमन तो फूल खिलाओ, फूल खिले है तो खुशबू भी लाओ ।
कर दो इशारा तो बात बन जाए, जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये ।
बीता जमाना ये गाकें फसाना, सरहदें जिन्दगी मौत तराना ।
देर तो हो गयी है अंधेर ना हो, फिक्र मिले लेकिन फरेब न हो ।
देके टालो या दामन बचा लो, हिलने लगी रहनुमाई सम्भालो ।
तेरे दम पे अल्लाह की शान है, सूफी संतों का ये बयान है ।
गरीब की झोली में भर दो खजाना, जमाने के वाली करो ना बहाना ।
दर के भिखारी है मोहताज है हम, शहंशाहे आलम करो कुछ करम ।
तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत, तुम सदगुरु सांई हो समरथ ।
आए तो धरती पे देने सहारा, करने लगे क्यों हमसे किनारा ।
जब तक ये ब्रहमांड रहेगा, सांई तेरा नाम रहेगा ।
चाँद सितारे तुम्हें पुकारेंगें, जन्मोजन्म हम रास्ता निहारेंगें ।
आत्मा बदलेगी चोले हजार, हम मिलते रहेंगे हर बार ।
आपके कदमों में बैठे रहेंगे, दुखड़े दिल के कहते रहेंगे ।
आपकी मरजी है दो या ना दो, हम तो कहेंगे दामन ही भर दो ।
तुम हो दाता हम है भिखारी, सुनते नहीं क्यों अरज हमारी ।
अच्छा चलो इक बात बता दो, क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो ।
जो नहीं देना है इन्कार कर दो, खत्म ये आपस की तकरार कर दो ।
लौट के खाली चला जाऊँगा, फिर भी गुण तो गाऊँगा ।
जब तक काया है तब तक माया है, इसी में दुःखों का मूल समाया है ।
सब कुछ जान के अनजान हूँ मैं, अल्लाह की तू शान तेरी हूँ शान में ।
तेरा करम सदा सबपे रहेगा, ये चक्र युग-युग चलता रहेगा ।
जो प्राणी गायेगा सांई तेरो नाम, उसको मिले मुक्ति पहुँचे परमधाम ।
ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगें, राहू, केतु, शनि निकट ना आएँगे ।
टल जाएंगें संकट सारे, घर में वास करें सुख सारे ।
जो श्रद्घा से करेगा पठन, उस पर देव सभी हो प्रसन्न ।
रोग समूह नष्ट हो जायेंगें, कष्ट निवारण मन्त्र जो गाएँगें ।
चिन्ता हरेगा निवारण जाप, पल में हो दूर हो सब पाप ।
जो ये पुस्तक नित दिन बांचे, लक्ष्मी जी घर उसके सदा बिराजै ।
ज्ञान बुद्घि प्राणी वो पायेगा, कष्ट निवारण मंत्र जो ध्यायेगा ।
ये मन्त्र भक्तों कमाल करेगा, आई जो अनहोनी तो टाल देगा ।
भूत प्रेत भी रहेंगे दूर, इस मन्त्र में सांई शक्ति भरपूर ।
जपते रहे जो मंत्र अगर, जादू टोना भी हो बेअसर ।
इस मंत्र में सब गुण समाये, ना हो भरोसा तो आजमाएँ ।
ये मंत्र सांई वचन ही जानो, स्वयं अमल कर सत्य पहचानो ।
संशय ना लाना विश्वास जगाना, ये मंत्र सुखों का है खजाना ।
इस पुस्तक में सांई का वास, सांई दया से ही लिख पाया दास ।।
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'''आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा'''
आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा .
चरणों के तेरे हम पुजारी साईँ बाबा ..
विद्या बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो
तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो
हे जगदाता अवतारे, साईँ बाबा .
आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..
ब्रह्म के सगुण अवतार तुम स्वामी
ज्ञानी दयावान प्रभु अंतरयामी
सुन लो विनती हमारी साईँ बाबा .
आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..
आदि हो अनंत त्रिगुणात्मक मूर्ति
सिंधु करुणा के हो उद्धारक मूर्ति
शिरडी के संत चमत्कारी साईँ बाबा .
आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..
भक्तों की खातिर, जनम लिये तुम
प्रेम ज्ञान सत्य स्नेह, मरम दिये तुम
दुखिया जनों के हितकारी साईँ बाबा .
आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..
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ॐ साईं राम!!!
साईं चरणों में बैठ कर ~
मेरे ऐसे आंसूं आए~
कोटि कोटि मेरा कर्म धोए~
पावन मुझे बनाए~
ओ मेरे साईं कृपा करो~
ओ मेरे साईं दया करो~~