ॐ सांई राम !!~!!
गायत्री महामंत्~~~
ऊँ भूर्भवः स्वः त्तसवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ।
भावार्थ - उस प्राणस्वरुप, दुःखनाशक, सुखस्वरुप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरुप परमात्मा को हम अंतरात्मा में धारण करें, वह परमात्मा हमारी बुद्घि को सन्मार्ग पर प्रेरित करे ।
जय सांई राम !!~!!