जय सांई राम़।।।
वाह शुभहानअल्लाह़। मेरे रोम रोम में बसने वाले सांई राम को सही मायने में शिरडी की तस्वीर में बयान किया है। खुशनसीब वो तो है जो शिरडी में जाते है या वंहा रहते है लेकिन मेरे फोरम के भाई-बहन भी कुछ कम खुशनसीब नही, जिनके बीच में आज सुरेखा जैसी बहन का साथ है। अपने फोरम को चार चान्द लगा दिये है ऐसे सांई भक्तों ने। शिरडी की तो बात ही निराली है वंहा तो बाबा कण-कण में झरे-झरे में समाये है लेकिन अपना फोरम भी कुछ कम नही जंहा की हर पोस्ट में बाबा ही बाबा का नाम है।
एक बार फिर तहे दिल का शुक्रिया बहन सुरेखा के लिये। बाबा उनकी हर मुराद को पूर्ण करें।
कि उतरा है सुरेखा के दिल पर बाबा चान्द बन के
अब खौफ नही कोई अन्धेरों के सफर से
वो बात है बाबा में के उनसा नही कोई
के काश कोई देखे उन्हें अपनी सुरेखा की नज़र से।
अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई
ॐ सांई राम।।।
जय सांई राम़।।।
ना कोई किसी को चढ़ा सकता है ना कोई किसी को गिरा सकता है ये तो बस अपना सांई है जो एक आधा शब्द इधर उधर करा के कुछ श्रध्दा सुमन के फूल उसकी पनाह में रहने वाले और उससे चाहत रखने वाले अपने भक्त पर बरसावा देता है
मेरे सांई शिर्डी में बैठ कर तुझे देखते है
बिन मिले तेरा हाल बता सकते है
सांई शखशियत में इतना दम है कि
तेरे दुःखों के आंसू खुद के हाथों से
खुशियों मे बदल सकते है।
अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई
ॐ सांई राम।।।