जय सांई राम।।।
बहुत खूब रोहित भाई अति सुन्दर सच में यही तो जीवन का सार है - सबसे बड़ा मन्त्र श्रद्धा और सबूरी। सही कहा तुमने चाहे ज़िन्दगी मधुर गीत हो, चाहे गायब हो उसमे सुर ही फिर भी रखो श्रद्धा और सबूरी। यही समझ आ जाये तो सचमुच मे जीवन मधुर गीत बन जायेगा।
ॐ सांई राम।।।