DwarkaMai - Sai Baba Forum
Sai Literature => Sai Baba poems => Topic started by: arti sehgal on December 06, 2010, 05:45:16 AM
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शुक्रिया बाबा
तेरा कैसे करू शुक्रिया
तुने इतना सुंदर जीवन दिया
जीवन में हर प्रकार का सुख दिया
मान दिया
सम्मान दिया
घर बार दिया
जीवन का सबसे अनमोल रतन दिया
तुने अपना साथ दिया
कैसे भूल पाऊगी इस जीवन को
तुने इतना प्यार दिया
अपने होने का अहसास दिया
शुक्रिया बाबा
शुक्रिया ........
खुद को भूल जाऊगी
तुझको ना भूल पाऊगी
खुद से जुदा हो जाऊगी
तुझसे ना जुदा हो पाऊगी
और यही फ़रियाद करती रहुगी
मेरा आखरी शवास भी तेरे
चरणों में निकले
जय साईंराम