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Author Topic: बाबा की कविताए और बाबा के विचार...!!!  (Read 8228 times)

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Offline SaiSonu

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ॐ साईं नाथाय नमः !!!

आत्मचिंतन:



अपने आपकी पहचान करो, कि मेरा जन्म क्यों हुआ? मैं कौन हूँ? आत्म-चिंतन व्यक्ति को ज्ञान की ओर ले जाता है|


ॐ साईं नाथाय नमः !!!



मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

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ॐ साईं नाथाय नमः !!!



विनम्रता:



जब तक तुममें विनम्रता का वास नहीं होगा तब तक तुम गुरु के प्रिय शिष्य नहीं बन सकते और जो शिष्य गुरु को प्रिय नहीं, उसे ज्ञान हो ही नहीं सकता|


ॐ साईं नाथाय नमः !!!
मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

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ॐ साईं नाथाय नमः !!!

आपको चिंता सिर्फ उन साठ हजार लोगो की है
जो वहां पर फंसे हुए है!

मुझे चिंता उन 80 लाख लोगो की है
जो उत्तराखंडी है
मुझे चिंता है उस पहाड़
की जिसकी जनसँख्या का 80 % भाग
पहाडो पर निवास करता है!

मुझे चिंता है उस नथ की जो बाप ने
पूरी जिन्दगी की कमाई से बेटी के लिए बनाई
थी, पर बेटी की नाक में सजते हुए न देख सका!

शायद दोनों ही कही मिटटी के ढेर तले दबे होंगे!
आपको चिंता वहा से निकलने की है और मुझे
चिंता है कि वहां रहेंगे कैसे? लाशो के ढेर और
मरे हुए पशुओ की दुर्गन्ध के बीच!

मुझे चिंता अब धूप से भी है
क्योंकि पानी पी चुकी जमीं सूरज की गर्मी से
भाप बने पानी के साथ छोड़ने पर दरकेगी!
मुझे चिंता है उस भूमि की जिस पर कभी घर
बनाया तो अहसास जरुर होंगा कि नीव के नीचे
किसी की लाश होगी!

मुझे चिंता है उस की जो दूर जंगलो में जाकर
घास लकड़ी इकठ्ठा करती थी और
उसका पति यहाँ कमाने के लिए उनसे दूर
चला आया! क्या पता इस बार मुलाकात हँसते
हुए चेहरे से नहीं बल्कि मिटटी से सनी इक लाश
से हो!
मुझे चिंता है उसकी जो अपनी माँ, माटी, और
यादों को छोड़ कर कही दूर गया है कमाने,
शायद अबकी बार माँ का आँचल ही नसीब न
हो!

मुझे चिंता है उसकी जिसने किसी के जीने
की कसमे साथ मिल के खायी हो और मौत
केवल नींद में आई तब जब जीने के सपने देख
रही थी!

मुझे चिंता है पहाड़ की!

''इंसान को अपनी औकात भूलने की बीमारी है
और कुदरत के पास उसे याद दिलाने की अचूक
दवा''!


ॐ साईं नाथाय नमः !!!
मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

Offline SaiSonu

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OmSaiRam







Sai Wants to talk to You....

When you are tired and discouraged from fruitless effort,
I know how hard you have tried...

When you've cried so long your heart is in Pain,
I have counted your tears...

If you feel that your life is on hold and time has
passed you by, I am waiting for you...

When nothing makes senses and you are confused
or frustrated, I have the answer...

If suddenly your outlook is brighter and you find
traces of hope, I have whispered to you...

When things are going well and you have much to
be thankful for, I have blessed you...

When something joyful happens and you are filled
with awe, I have smiled on you...

Remember that wherever you are or whatever you
are feeling, I know...



OmSaiRam
मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

Offline SaiSonu

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OmSaiRam...!!!



Hum Tere Bin Ab Reh Nahi Sakte
Tere Bina Kya Wajoodh Mera..

Tujhse Juda Agar Ho Jayenge
Toh Khud Se Hi Ho Jayenge Juda..

Kyunki
Tum Hi Ho "SAI"
Ab Tum Hi Ho
Zindagi Ab Tum Hi Ho "SAI"

Love u "SAIMAA"


OmSaiRam...!!!
मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

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ॐ साईं नाथाय नमः !!!



क्षमा:



दूसरों को क्षमा करना ही महानता है| मैं उसी की भूलें क्षमा करता हूँ जो दूसरों की भूले क्षमा करता है|
श्रद्धा और सबुरी (धीरज और विश्वास): पूर्णश्रद्धा और विश्वास के साथ गुरु का पूजन करो समय आने पर मनोकामना भी पूरी होंगी|



ॐ साईं नाथाय नमः !!!

मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

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ॐ साईं नाथाय नमः !!!


कर्मचक्र:



कर्म देह प्रारम्भ (वर्तमान भाग्य) पिछले कर्मो का फल अवश्य भोगना पड़ेगा, गुरु इन कष्टों को सहकर सहना सिखाता है, गुरु सृष्टि नहीं दृष्टि बदलता है|



ॐ साईं नाथाय नमः !!!



मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

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ॐ साईं नाथाय नमः !!!





शमा करो साईं शमा करो
हर भूल को हमरी शमा करो
बच्चे है हम साईं शमा करो
हर भूल को हमरी शमा करो -

अज्ञान राह पर चल पड़े
हर भूल को हमरी शमा करो
प्राशचित करने हम आ खड़े
हर भूल को हमरी शमा करो -

आखो से अश्रु बह रहे
हर भूल को हमरी शमा करो
कुछ भी न हम कह सके
हर भूल को हमरी शमा करो -

अब फिर से न दोहराहेगे हम
हर भूल को हमरी शमा करो
तेरी भक्ति को हम समझ न पाए
हर भूल को हमरी शमा करो -

साईं शमा करो साईं शमा करो
अपने दिल से शमा करो -




साईंराम साईंराम साईंराम साईंराम
 साईंराम साईंराम साईंराम साईंराम 

मेरे दू:ख के दिनो में वो ही-मेरे काम आते हैं, जब कोई नहीं आता तो मैरे साईं आते हैं..

 


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