जय साँई राम।।।
मैने साँई से की एक अर्जी, बाबा ने रखी मेरी मरजी
रखी साँई में श्रद्दा और सबूरी, मेरी आशा हुई पूरी,
मैंने साँई से माँगी दौलत, बाबा ने दी सन्तों की संगत,
मैंने माँगा, मेरे हरो दु:ख, बाबा ने मुझे दिया बेहद सुख,
मैंने माँगी साँई से शक्ति, बाबा ने दी मुझे भक्ति,
मैंने साँई से कहा, करवा लो मुझसे कर्म,
बाबा ने दिखाया मुझे सत्त धर्म.....
साँई भूलूँ अगर मैं तुझको, नही भूलना बाबा मुझको,
साँई सदा चाहूँ मैं तेरा साथ, नही छोड़ना बाबा मेरा हाथ,
मैने पूछा, साँई, तुम कँहा हो, कण कण मे बाबा को पाओ,
साँई मेरी है एक अन्तिम आस, सदा बना रहूँ तेरा दास
ॐ साँई राम।।।