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Author Topic: You are my inspiration  (Read 173657 times)

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Offline Ramesh Ramnani

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Re: You are my inspiration
« Reply #195 on: February 14, 2007, 01:45:18 AM »
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  • size=11pt]जय साँई राम।।।[/size]

    हम तो लिखते ना थे किसी ज़माने में
    पर तेरी आश्की ने शायर बना दिया
    दिल तो हसता आया है ज़माने से 
    पर इक पल तो तूने रुला दिया
    जान फिर भी ना निकली इस दीवाने में से
    क्योकि तेरे प्यार ने मुझे अमर बना दिया।


    मेरा साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा मेरा साँई

    ॐ साँई राम
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

    Offline Ramesh Ramnani

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #196 on: February 16, 2007, 12:40:12 AM »
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  • जय साँई राम।।।

    मैने साँई से की एक अर्जी, बाबा ने रखी मेरी मरजी
    रखी साँई में श्रद्दा और सबूरी, मेरी आशा हुई पूरी,
    मैंने साँई से माँगी दौलत, बाबा ने दी सन्तों की संगत,
    मैंने माँगा, मेरे हरो दु:ख, बाबा ने मुझे दिया बेहद सुख,
    मैंने माँगी साँई से शक्ति, बाबा ने दी मुझे भक्ति,
    मैंने साँई से कहा, करवा लो मुझसे कर्म,
    बाबा ने दिखाया मुझे सत्त धर्म.....
    साँई भूलूँ अगर मैं तुझको, नही भूलना बाबा मुझको,
    साँई सदा चाहूँ मैं तेरा साथ, नही छोड़ना बाबा मेरा हाथ,
    मैने पूछा, साँई, तुम कँहा हो, कण कण मे बाबा को पाओ,
    साँई मेरी है एक अन्तिम आस, सदा बना रहूँ तेरा दास



    मेरा साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा मेरा साँई


    ॐ साँई राम।।।
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

    Offline Ramesh Ramnani

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #197 on: February 19, 2007, 11:25:52 PM »
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  • जय साँई राम।।।

    साँई नाम जप ले
    तेरा कल्याण हो जाऐगा।
    कल्याण हो जाऐगा,
    तेरा बेड़ा पार हो जाऐगा।

    साँई नाम खज़ाने से,
    तू अनमोल रत्न पायेगा।
    जल्दी जल्दी जप ले
    नही तो पीछे पछताएगा।

    साँई नाम रहते रहते,
    तेरा दुःख-दर्द दूर हो जयेगा।
    साँई की छत्रछाया पा के,
    तू पूर्ण सुखी हो जयेगा।

    जितना तू 'साँई' नाम जपेगा,
    साँई को तू उतना निकट पायेगा।
    साईई सदा तेरे अंगसंग रहेंगे,
    तेरा जीवन-पथ सरल हो जायेगा।

    'साँई' नाम भजने से,
    तू मन की शांति पायेगा,
    जीवन आनंदमय होगा तेरा,
    तू बड़भागी कगलाएगा।

    साँई का गुणगान करने से,
    तू साँई का अखण्ड प्यार पायेगा।
    झूठी मोह-माया से मुक्ति पा के,
    तू भवसागर से तर जायेगा।

    मेरा साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा मेरा साँई

    ॐ साँई राम।।।
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

    Offline Ramesh Ramnani

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #198 on: February 20, 2007, 08:34:32 PM »
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  • जय साँई राम।।।

    आसान होता है कहना
    पाप से नफ़रत करो पापी से नहीं
    कठिन होता है पापी से नफ़रत न करना
    आसान नहीं होता सुख-दुख में समान रहना
    कठिन होता है दुखों में विचलित न होना
    कठिन होता है शीशे का पत्थरों के बीच रहना
    कठिन होता है एक घाघ इंसान के लिये
    यह समझना कि दुनियाँ में
    ज्यादातर लोग घाघ नहीं होते
    तो फ़िर क्यों रखता है बाबा साँई
    विपरीत प्रकृति वालों को साथ-साथ
    जैसे नाजुक गुलाब के साथ होते हैं काँटे
    शायद जैसे काँटों की चुभन में ही
    होता है फ़ूलों की नरमी का अहसास
    वैसे ही अच्छाई की सही जरूरत
    तो बुराई के बीच ही होती है

    मेरा साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा मेरा साँई

    ॐ साँई राम।।।
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #199 on: February 22, 2007, 01:53:17 AM »
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  • जय सांई राम।।।

    जिस तरह आधा सच मुकमिल सच नही होता,
    वैसे ही एक तरफा ताल्लुक कोई ताल्लुक नही होता।

    हालात की भ़ट्ठी में जलता तो है हर कोई,
    कुन्दन बन कर निकलने का मुकद्दर सब का नही होता।

    मुफ्त के पेशे-ए-नज़र बनते है जो दोस्त
    इन दोस्तियों का अन्जांम कभी अच्छा नही होता।

    डूबकर समन्दर की तह से निकाले जो मोती,
    ज़ाँबाज़ ऐसा खुश नसीब हर कोई नही होता।

    बढ़ते रहो मन्ज़िल की तरफ पूरे आज़म से रज़ा
    रास्ते में जो साथ छोड़ दे वो रहबर नही होता।

    मेरा सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा मेरा सांई

    ॐ सांई राम।।
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #200 on: February 22, 2007, 07:57:47 PM »
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  • जय सांई राम।।।

    मानते हो यदि स्वयं को मेरा शिव,

    मानते हो यदि स्वयं को मेरा शिव,
    तो शक्ति मान मुझे, तुझे जीना होगा.

    अपने अधरो पर रख अपना प्याला.
    अपने जीवन का पूर्ण विष तुझे पीना होगा..

    अपनी हर ज्वाला और हर ताप को.
    मन में बसे हर संताप को ...........

    अपने शीश धरे गंगा जल से
    तुमको ही शीतल करना होगा........

    रिक्त पड़े अपने उस हृदय के हर कोने को...........
    बस मेरे प्रेम से भरना होगा.......

    मानते हो यदि स्वयं को मेरा शिव.......
    तो शक्ति मान मुझे, तुझे जीना होगा.................


    मेरा साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा मेरा साँई

    ॐ सांई राम।।।
    « Last Edit: February 22, 2007, 08:06:18 PM by Ramesh Ramnani »
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

    Offline Ramesh Ramnani

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #201 on: February 23, 2007, 04:12:44 AM »
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  • जय सांई राम।।।

    मेरी यह कोशिश है चन्द आम लफ्ज़ों को एक नया मायना देने की... नही जानता मैं इसमें कामयाब भी हुआ कि नही

    आंख वही जिसमें हो बेखौफ बिनाइ
    दिल वही जो रहे हर गम से बाबस्ता
    राही वही जो न गिने अपने पांव के छाले
    और हर राहगुजर को मंजिल का पता दे

    इन्सान वही जो हो हिन्दू न मुस्लमान
    धर्म वही जो रोते को हंसा दे
    लफ्ज वही जो घोल दे कानो में मिसरी
    गुल वही जो सेहरे, मंदिर, मैयत को इक सा सजा दे

    दरिया वही जो बहे किनारों से मिल कर
    ऐसा ना हो प्यासे को मायूस लौटा दे
    दरख्त वही जिस पर करें परिन्दे बसेरा
    और थके मुसाफिर को राह्त की हवा दे

    तलवार वही जो उठे कमजोर की खातिर
    और जुल्म की हस्ती जड से मिटा दे
    जज्बा वही जो करे एहतराम दूसरों की खुशी का
    और अपने आंसुओं को पलकों मे छुपा ले

    अमीरी वही जो समझे खुद को गरीबी से कमतर
    और अपना बीता हुआ कल न भुला दे
    खुद्दारी वही जो रहे हर हाल में जिन्दा
    दौलत के लिये न अपना ज़मीर सुला दे।

    अपना सांई वही जो हम सब परायों को एक दूसरे से जोड़कर अपना बना दे। फकीरी में अव्वल नंबर की बादशाही दिखा दे। है ना?


    इसीलिये तो अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई।

    ॐ सांई राम।।।
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #202 on: February 23, 2007, 05:01:49 AM »
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  • om sai ram...

    yeh कोशिश hai ramesh bhai????

    sai ki badi hi kripa hai aap k lafzo par jisse aap nae itne suder mala main piroya hai...

    phir se vhi tusi gr8 ho bha ji...

    jai sai ram....
    "लोका समस्ता सुखिनो भवन्तुः
    ॐ शन्तिः शन्तिः शन्तिः"

    " Loka Samasta Sukino Bhavantu
    Aum ShantiH ShantiH ShantiH"~~~

    May all the worlds be happy. May all the beings be happy.
    May none suffer from grief or sorrow. May peace be to all~~~

    Offline Ramesh Ramnani

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #203 on: February 24, 2007, 12:16:32 AM »
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  • जय सांई राम।।।

    अपनी निराशा के तम को चीर कर
    मेरी आशा का दीप जला दो
    मन मंदिर में फिर से
    ज्योति कलश सजा दो।

    दे दो मुझको अपनी विरह वेदना का संताप
    नयनों में बसी मिलन की प्यास
    प्रणय की नव विभा में
    मेरे मिलने का दीप जला दो

    हो रहा जीवन तिल तिल राख
    मन में लिए मिलन की आस
    उज्जवल आलौकिक फिर से
    मेरे नाम का इक दीप जला के
    अपने नव जीवन का दीप जला दो


    अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई

    ॐ सांई राम।।।
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #204 on: February 27, 2007, 07:57:27 AM »
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  • जय सांई राम।।।

    नर हो न निराश करो मन को
    कुछ काम करो कुछ काम करो
    जग में रहके निज नाम करो ।
    यह जन्म हुआ किस अर्थ अहो
    समझो जिसमें यह व्यर्थ न हो ।
    कुछ तो उपयुक्त करो तन को
    नर हो न निराश करो मन को ।।

    संभलो कि सुयोग न जाए चला
    कब व्यर्थ हुआ सदुपाय भला
    समझो जग को न निरा सपना
    पथ आप प्रशस्त करो अपना ।
    अखिलेश्वर है अवलम्बन को
    नर हो न निराश करो मन को ।।

    जब प्राप्त तुम्हें सब तत्त्व यहां
    फिर जा सकता वह सत्त्व कहां
    तुम स्वत्त्व सुधा रस पान करो
    उठके अमरत्व विधान करो ।
    दवरूप रहो भव कानन को
    नर हो न निराश करो मन को ।।

    निज गौरव का नित ज्ञान रहे
    हम भी कुछ हैं यह ध्यान रहे।
    सब जाय अभी पर मान रहे
    मरणोत्तर गुंजित गान रहे ।
    कुछ हो न तजो निज साधन को
    नर हो न निराश करो मन को ।।

    इस कविता में बाबा सांई का सन्देश छुपा है मेरे उन प्यारे भाई बहनों के लिये कि जो अपने जीवन की अनेक अपेक्षाओं आकांशाओ के प्रति किसी ना किसी कारण से निराश है। 

    अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा मेरा सांई

    ॐ सांई राम।।।
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

    Offline Ramesh Ramnani

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #205 on: March 01, 2007, 02:51:28 AM »
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  • जय सांई राम।।।

    मै तलाशता हूँ अपने यार को
    कंही तो होगा, कोई तो होगा
    जो पुकारता होगा मेरे नाम को
    मै शिरडी की वादियों से पूछता हूँ
    उसके घर का पता
    कोई तो है इस जंहा में

    जो मुझे भी ढूंढता होगा अपनी यादों में
    मैं तलाशता हूँ अपने प्यार को
    मैं तलाशता हूँ अपने यार को,
    कोई तो है जो, करता होगा मेरा इन्तज़ार
    कोई तो है जो होगा बेकरार,
    कोई तो है जो समझता होगा ये खामोशियाँ,
    जिसका दिल भी धरकता होगा मेरे दिल के साथ।
    मै तलाशता हूँ अपने प्यार को,
    मै तलाशता हूँ अपने यार को।

    वो मन्जिलें भी मुझे पुकारती होगीं
    वो रास्ते भी मुझे देखते होगें
    कोई तो है, जिनकी बांहों को
    होगा सिर्फ मेरा इन्तज़ार

    मै तलाशता हूँ अपने प्यार को
    मैं तलाशता हूँ अपने यार को।


    अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई

    ॐ सांई राम।।।
    « Last Edit: March 01, 2007, 02:55:06 AM by Ramesh Ramnani »
    अपना साँई प्यारा साँई सबसे न्यारा अपना साँई - रमेश रमनानी

    Offline Ramesh Ramnani

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    Re: You are my inspiration
    « Reply #206 on: March 02, 2007, 02:27:02 AM »
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  • जय सांई राम।।।

    मेरी शाब-ए-हिजिर में मेरी आंख की नमी हो
    कभी मेरे आंगन में आ कर तो देखो।

    मेरे ख्वाब-ओ-खयाल में मेरे सपनो के जाल में हो
    कभी मेरे ख्वाबों में आ कर तो देखो।

    मेरे दुख-ओ-दर्द में मेरे हर तसवुर में हो
    कभी मेरी सोच में आ कर तो देखो।

    मेरी तनहाई, शाम-ओ-शहर में, मेरे दिन रात में हो,
    कभी एक दिन गुज़ार कर तो देख।

    मेरे जिस्म-ओ-जान में मेरी हर सांस में हो
    खुद को मुझ में समा कर तो देखो।

    मेरे रूह-ओ-जान में मेरे हर अन्दाज़ में हो
    मेरे संग जिन्दगी गुज़ार कर तो देखो

    चान्दनी रात के खामोश सितारों की कसम
    दिल में अब तेरे सिवा कोई भी आबाद नही।
     

    अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई

    ॐ सांई राम।।।
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    Re: You are my inspiration
    « Reply #207 on: March 04, 2007, 08:03:44 AM »
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  • जय सांई राम।।।

    मस्जिदों-मन्दिरों की दुनिया में
    मुझको पहचानते कहाँ हैं लोग
    रोज़ मैं चाँद बन के आता हूँ
    दिन में सूरज सा जगमगाता हूँ
    खनखनाता हूँ माँ के गहनों में
    हँसता रहता हूँ छुप के बहनों में
    मैं ही मज़दूर के पसीने में
    मैं ही बरसात के महीने में
    मेरी तस्वीर आँख का आँसू
    मेरी तहरीर जिस्म का जादू
    मस्जिदों-मन्दिरों की दुनिया में
    मुझको पहचानते नहीं जब लोग
    मैं ज़मीनों को बे-ज़िया करके
    आसमानों में लौट जाता हूँ

    अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई।

    ॐ सांई राम।।।
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    Re: You are my inspiration
    « Reply #208 on: March 05, 2007, 02:42:15 AM »
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  • जय सांई राम।।।
    आँसू

    ये सच है कि
    ये आँसू हैं
    हमारे दोस्त हर दम
    कभी गम तो कभी खुशी से
    कर देते है आँखें नम

    करते कभी
    इनकी नमी से
    वफा का एहसास
    दो चाहने वाले मन
    तो कभी
    बेरूखी पर किसी की
    बह उठते
    दुख का सागर बन

    माना कि
    ये हैं मूक
    पर इनकी आहों में भी
    असर होता है
    बहें जब दुआऍ बनकर
    खंजर भी बेअसर होता है

    रखना सहेज कर इनको
    ताउम्र साथ निभायेंगें
    छोड़ देंगें साथ
    जब सभी अपने,
    ये ही है जो बाबा की बाँहें
    बनकर देते है सहारा कई बार


    अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई।

    ॐ सांई राम।।।
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    • Trust in Me and your prayer shall be answered.
      • Sai Baba
    Re: You are my inspiration
    « Reply #209 on: March 05, 2007, 08:28:19 AM »
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  • Jai Sai Ram.

    Rishta aisa hona chahiye joh hamein apna maan sake,
    Hamare har dukh ko jaan sake,
    Chal rahe ho agar hum tej baarish mein,
    Phir bhi WOH paani se alag Humarey AANSU pehchann sake…

    -Anju
    Om Sai Ram !

    -Anju

    "Abandon all varieties of religion and just surrender unto Me. I shall deliver you from all sinful reactions. Do not fear."

     


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