जय सांई राम।।।
मेरा आदर्श मेरे बाबा!!!
बाबा सांई अटल है, बाबा सकल है,
बाबा अजर है, बाबा अमर है,
बाबा अगन है, बाबा तपन है,
बाबा लगन है, बाबा भजन है,
इन चक्षुओं का मीत है,
बाबा आत्मा का गीत है,
बाबा हर पवन का राग है,
बाबा त्याग है बाबा भाग है
बाबा प्रेम है, बाबा धर्म है,
बाबा तत्व है बाबा मर्म है,
बाबा जलज है, है जल वही
बाबा रोशनी, दीपक वही
गिरजे की वह है घंटियां,
मन्दिर की है मूरत वही।
सागर की है वह सीपियाँ,
इस हृदय मे सूरत वही।
बाबा मेरी पूजा, मैं उसका पुजारी,
बाबा मेरी भिक्षा, मै उसका भिखारी
बाबा रूप है, बाबा धूप है,
वह बोल है, वह चुप है।
बाबा आस है, विश्वास है,
बाबा दर्द है परिहास है,
बाबा ये गगन, वही चंद्रमा,
वह ये ज़मी, वह ज्योत्सना
बाबा इस बदन की जान है
बाबा मेरी माता सी पहचान है।
आदर्श मेरा है मेरी माँ की तरह,
वो ही मेरा भगवान है।
ॐ सांई राम।।।