जय सांई राम।।।
दिल भी एक आईना है
टूट तो जाता है
मगर फिर भी तस्वीर
तेरी ही दिखाता है।
बना ऐसा एक आईना
अपने दिल में
जिसमे 'उसकी' तस्वीर
हमेशा दिखती रहे
बार बार देखते उस
मुस्कराते हसीन चेहरे को
शायद तुम्हे भी हंसने की
आदत पड़ जाये।
क्यों है ना आसान?
शायर तो हम है नहीं,
मगर शायरी यूँही करा देते है
मेरे सांई
जीना तो था नहीं
मगर यूँही जिन्दगी को जीना सिखा देते है अपने सांई।
तभी तो बार बार मैं कहता हूँ।।।।
ॐ सांई राम।।।