जय सांई राम।।।
सबसे पहले आपका स्वागत है बाबा के मनोरम मन्दिर में। आपके नाम से यह भी नही जान पड़ता कि आप बहन हैं याँ भाई हमारे। सबसे पहले तो मैं आपसे पूछता हूँ कि आपको किसने कहा है कि सांई जीजस क्राईस्ट विरोधी थे? इतिहास का कोई भी पन्ना उलट कर देख लो कंही भी किसी महान सन्त ने किसी दूसरे किसी सन्त को नीचा नही दिखाया होगा विरोध तो बहुत दूर की बात है। आज की बात छोड़ दो। आज तो बस सब नाम का ही रह गया है। मेरे दोस्त ज़रा हट कर सोचो और कंही सांई सचरित्र के किसी पन्ने पर यह सब लिखा आपने कंही पढ़ा हो तो हमे ज़रूर पढ़वाना । मेरे दोस्त जीजस क्राईस्ट की तरह मेरे बाबा ने भी अपने पूरे जीवन काल में प्रेम के अलावा कोई बात ही नही की कभी।
मेरे दोस्त ज़माने में और भी गम की बाते बहुत है आओ ना उन पर कुछ विचार करे मिल कर कि कैसे किसी का गम कम किया जाये?
अपना सांई प्यारा सांई सबसे न्यारा अपना सांई
ॐ सांई राम।।।