DwarkaMai - Sai Baba Forum
Main Section => Sai Baba Spiritual Discussion Room => Topic started by: suneeta_k on July 09, 2016, 01:24:43 AM
-
हरि ॐ
ॐ कृपासिंधु श्री साईनाथाय नम:
आज के जमाने में हर कोई घडी के कांटो के साथ भागता हुआ दिखाई देता है । इसलिए समय का अचूक नियोजन (टाईम मॅनेजमेंट) हम सब के जिंदगी में एहं भूमिका निभाता है । यदि हम अपना कोई भी कार्य समय पर पूरा करने के साथ उसमें यश भी पाना चाहतें हैं तो हमें अपना कार्य शुरु करने से पहले आरंभ में ही कैसी तैयारी करनी चाहिए, कौनसी चीजों का ध्यान रखना चाहिए, बीच में कार्य खंडीत ना हो इसलिए कौनसी सावधानी बर्तनी चाहिए, कार्य करते समय एवं कार्य पूरा होने तक निर्धारित अंतिम ध्येय पर ध्यान कैसे केंद्रीत करना अत्यावश्यक है , इन सारी बातों की सींख श्रीसाईनाथजी अपने खुद के आचरण से हमें देंते हैं । हमें श्रीसाईसच्चरित के पहले अध्याय में ही साईबाबा गेहू का आटा पिसने बैठते है यह कथा हेमाडपंतजी सुनाते हैं । इसी कथा का अध्ययन करने से हमे हमारी जिंदगी में समय का अचूक नियोजन (टाईम मॅनेजमेंट) कैसे किया जा सकता है इस के बारे में बहूमूल्य मार्गदर्शन हमारे साईबाबा विनामूल्य (बिना फीज के) करतें हैं - इस का बहुत ही सुंदर और आसान तरीके से लेखक महोदय ने विवरण किया हुआ मैंने एक लेख पढा है ।
श्रीसाईनाथजी केवल अध्यात्म ही नहीं, बल्कि व्यवहार में भी उचित आचरण करना यह बात कितनी महत्त्वपूर्ण है यह सींख अपने भक्तों को खुद के बर्ताव से कैसे देतें हैं यह जानने की मन में उत्सुकता जरूर पैदा हुई होगी तो एक बार वक्त निकालकर हम पढने की कोशिश करेंगे । यह लेख मैंने -
http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/shree-sai-satcharitra-adhyay1-part35-hindi/
इस स्थल पर पढा था ।
आप की राय बताना मत भूलिएगा ।
ओम साई राम
धन्यवाद
सुनीता करंडे
-
Jai Sai Ram !
Nice Article. Thanks for sharing. Time management is not just about managing some day to day activities or setting few routines, but it is an important tool to manage life. What life is, Just Series of our day to day choices and priorities we make. Just planning is not enough, There must be wiling and serious efforts to execute those plans, who could teach this important lesson other than Baba Sai, whose own life was a living lesson, all devotees to follow. Be Honest. Do Hard Work. There is no place of laziness in the life of a devotee. Live Simple but Spiritual Life. Author has explained well with the examples from Baba's Life and Baba's Way of Working.
om sri sai ram !
-
बाबा ने हम सबको अध्यात्म के साथ साथ व्यवहार का ज्ञान भी दिया है। ये कई कथाओं से हमे मालुम पडता है। जैसे के जब कभी वे आम खरिदा करते थे तब वे अपने जेब से उसका मूल्य अदा करते थे। ऐसी बहोत कहानिया है। पर इस प्रत्यक्ष मित्र के लेख में जो बात बताई है वो मुझे बहोत भा गई। आटा पिसने की कथा से टाईम मॅनेजमेंट की बात जोडकर इस लेखकने जैसे बाबा लीला हमारे और पास लायी है। इस लेख में का अंत मुझे बडा ही भा गया।
साईसच्चरित यह महज़ आध्यात्मिक ग्रंथ ही नहीं है, अपि तु यह साईनाथ एवं उनके भक्तों का आचरण है यानी यह ग्रंथ गृहस्थी एवं परमार्थ दोनों को एक ही समय पर आनंदमय कैसे बनाया जा सकता है, यह बताता है और इसके लिए ही पूर्व तैयारीवाला मुद्दा महत्त्व रखता है । स्वयं साईनाथ अपने कार्य के लिए आवश्यक लगनेवाली तैयारी बडी सावधानी के साथ करते हैं, यह बात यहाँ पर हम यही सीखते हैं । इसे केवल पढ़ लेना ही काफी नहीं है, बल्कि बाबा के आचरण पर गौर करके हमें इस शैली को अपने जीवन में अपनाना चाहिए ।
धन्यवाद सुनीताजी हमे इस लेखमाला से रुबरु करने के लिए
http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/shree-sai-satcharitra-adhyay1-part35-hindi/ (http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/shree-sai-satcharitra-adhyay1-part35-hindi/)