भजन
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
देख कर तुझको हुई बलिहारी ( २ )
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
सोच कर तुझको उम्र है काटनी ( २ )
में साईं की दीवानी मारी -मारी ओं ओं
प्यार का रोग मुझे लग गया साईं ( २ )
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
दिल का दर्द में किसको सुनाऊ ( २ )
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
चरणों में अब शीश झुकाऊ ( २ )
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
तुझको अपना ही में बनाऊ ( २ )
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
आज मुझे तुम गले से लगाऊ ( २ )
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
साईं की दीवानी मारी - मारी
में साईं की दीवानी मारी - मारी ओं ओं
साईं की दीवानी मारी - मारी ( २ )
जय साईं राम ................................