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Main Section => SAMARPAN - Spiritual Sai Magazine => Topic started by: arti sehgal on March 05, 2010, 02:12:44 AM

Title: sai bhajan2
Post by: arti sehgal on March 05, 2010, 02:12:44 AM
जिसके सर ऊपर तू साईं
वो दुख कैसा पावे(२)
मेरा दाता है तू
मेरा स्वामी है तू
मेरा सब कुछ ( जिसके---------- पावे)
 
मेरा साहारा है तू
मेरा किनारा है तू
मेरा सब कुछ (जिसके------------ पावे)
 
मेरे सुख में है तू
मेरे दुःख में है तू
मेरा सब कुछ ( जिसके ------------ पावे)
 
मेरी आँखों में तू
मेरी नीदों में तू
मेरा सब कुछ (जिसके ----------------पावे)
 
मेरे दिल में है तू
मेरी धरकन भी तू
मेरा सब कुछ ( जिसके--------------- पावे)
 
मेरे ख्यालो में तू
मेरी सासों में तू
मेरा सब कुछ ( जिसके--------------पावे)