सच्चे दिल से तुम पूजा करो
उसकी हर भक्ति को जीत लो तुम
सबके द्वारे दस्तक दे ते
अपने द्वारो को खोलो तुम
सबका मालिक एक ही है
यह साईं कहते रहते है
चाहे हिन्दू है चाहे मुस्लिम है
चाहे सिख या चाहे ईसाई है
सबके दिलो में बसते है
उसे साईं साईं कहते है( २)
दुखो को मैने छोड दिया
सुखो में जीना चाहती हूँ
तेरी कल्पना करके साईं राम
जीवन में झूमना चाहती हूँ
अपने जीवन से बढकर साईं
तेरी सेवा करना चाहती हूँ ( सबके---------------- साईं साईं कहते है )
अपनी भक्ति की कलमों से
दिल में साईं लिखना चाहती हूँ
तेरे चरणों को धोकर साईं
उसका जल पीना चाहती हूँ (सबके---------------------- साईं साईं कहते है )