प्रणाम
समर्पण मगज़ीन पड़ती हूँ
अनेक भक्तो को देखती हूँ
उन सब भक्तो को मेरा प्रणाम
उनके भावो को पड़ती हूँ
उनके भावो को मेरा नमस्कार
बाबा को कितने भक्त प्यार करते है
उनमे कितनी श्रद्धा रखते है
सबको नई प्रेना देते है
सबकी इतनी श्रद्धा देख कर
साईंनाथ को नया अवतार तो लेना ही पड़ेगा
साईं अपने भक्तो के साथ सदेव रहते है
जय साईंराम