क्या करे नाथ ?
हम किसी का भला करे
पर वोही हमारे साथ बुरा करे
ऐसे मे हम क्या करे नाथ ?....................
हम किसी से प्यार करे
पर वोही हमारी कदर न करे
ऐसे मे हम क्या करे नाथ ?......................
हम बुराई को अच्छाई से जीतते है
पर बुराई हममे ही दिखने लगती है
ऐसे मे हम क्या करे नाथ ?...................
हम किसी को बदल सके
यह हो नहीं सकता
हम खुद को बदल ले
यह हो सकता है
कहते है ....................
आपके हुकुम के बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता
फिर हम इंसान की सोच को केसे हिला सकते है
जिस दिन आपकी द्रिस्टी पड़ जाये
वोह शेतान भी इंसान बन जाये
हम तो फिर भी इंसान है |
जय साईंनाथ .........................