मेरे मालिक, आपने एक बार फ़िर भक्तो के विश्वास को मजबूत किया है| हे दीनानाथ, हम बच्चों पर अपनी कृपा सदा इसी प्रकार बनाये रखें| प्रभु, आपकी दया, आपकी कृपा का तो बखान भी नही किया जा सकता| देवा, आप ही हमारे महादेव है जो हमको वह भी दे देते है जो हमारे प्रारब्ध में भी नही हो| कैसे धन्यवाद करें आपकी कृपा का यह नही जानते, बस आपको आपने प्रेम अश्रु समर्पित करते है|
दीन-दयालु, हे कृपालु, कृपा ऐसी करदी,
खुशियों से हम बच्चो की झोली तुमने भर दी,
झोली तुमने भर दी, जीवन में छाया उजियारा,
ॐ जय साईनाथ, जय साईनाथ, आदि न अंत तुम्हारा,
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा |