ओम साईं राम
शुक्रिया साईंनाथ
शुक्रिया हर सुबह के लिए, सांझ के लिए,
शुक्रिया इस सूरज के लिए, चांद के लिए,
शुक्रिया टिमटिमाते तारों के लिए,
शुक्रिया मनमोहक नज़ारों के लिए,
शुक्रिया इस ज़मीं के लिए, आसमां के लिए,
शुक्रिया खूबसूरत सारे जहां के लिए,
शुक्रिया निर्मल पावन नीर के लिए,
शुक्रिया मदमस्त समीर के लिए,
शुक्रिया हर आती जाती सांस के लिए,
शुक्रिया तुमसे मिलने की आस के लिए,
शुक्रिया परम दयालु दृष्टि के लिए,
शुक्रिया कृपाओं की वृष्टि के लिए,
शुक्रिया हर आंसू और दुख के लिए,
शुक्रिया हर मुस्कुराहट और सुख के लिए,
शुक्रिया हर घडी, हर पल के लिए,
शुक्रिया कल आज और कल के लिए,
शुक्रिया........................
शुक्रिया............................
शुक्रिया..............................
शुक्रिया................................
जय साईं राम