### गणेश चतुर्थी ### गज मुख रूपी गणेश की पूजा का आंतरिक महत्व क्या है? हाथी पराक्रम और परिणाम का प्रतीक है। हाथी का पैर ही कई जानवरों से बड़ा होता है। हाथी घने जंगल में भी अपना रास्ता बना लेता हैं। इस तरह, इसमे नेतृत्व का गुण दिखाई देता जो दूसरों को रास्ता दिखाता है। इस गजराज को उसके सच्चाई विश्वास और कृतज्ञता के लिए भी जाना जाता है। इन सब बातों को गजराज से सीखना चाहिए। कृतज्ञता और विनम्रता से रहित बुद्धिमानी व्यर्थ है। हर मनुष्य को उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए जो उनकी मदद करते हैं। ~ बाबा
यह पूरा ब्रह्मांड परमेश्वर के इच्छा शक्ति से बना है। भगवान ने ब्रह्मांड का निर्माण किया और इसका पालन पोषण किया। अंत में यह ब्रह्मांड अपने मूल स्त्रोत अर्थात इश्वर में समा जायेगा। ब्रह्मांड को विश्वम् के रूप में जाना जाता है। विश्वम् का सही अर्थ है जो आत्म प्रशस्त और सुख से भरा हो। विश्वम् केवल भौतिक तथ्यों की एक अभिव्यक्ति नहीं है, यह भगवान की एक सीधी अभिव्यक्ति है। यह एक अलौकिक व्यक्तित्व का अपने सारे अंगों के साथ अवतार है। भगवान ही ब्रह्मांड के आदि कारण है। ब्रह्मांड भगवान का ही आईना है। विश्वम् और विष्णु (भगवान) एक दूसरे से अलग नहीं हैं। इसे सिर्फ विवेक के जरिए ही समझा जा सकता है।