ॐ सांई राम~~~
हारिये न हिम्मत बिसारिये न सांई राम~~~
हारिये न हिम्मत बिसारिये न सांई राम~~
तू क्यों सोचे बंदे सब की सोचे सांई राम~~~
दीपक ले के हाथ में सतगुरु राह दिखाये~~
पर मन मूरख बावरा आप अँधेरे जाए~~~
पाप पुण्य और भले बुरे की वो ही करता तोल~~
ये सौदे नहीं जगत हाट के तू क्या जाने मोल~~~
जैसा जिस का काम पाता वैसे दाम~~
तू क्यों सोचे बंदे सब की सोचे सांई राम~~~
जय सांई राम~~~