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Author Topic: SAI KAST NIWARAN MANTRA  (Read 3465 times)

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Offline vickyanchal

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SAI KAST NIWARAN MANTRA
« on: June 14, 2011, 11:14:10 AM »
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  • TUM HI BHAKTO KE ANATH NATH !
    RAHTE HO SADA ANATHO KE SATH !!
    TUM HI GAJANAN ALLAH ESHWAR !
    BRAHMHA VISHNU SAI MAHESWAR !!
    TUM HO SARDHA LAXMI KALI !
    ANPURNA DURGA SEROWALI !!
    SAI TUM NIRAKAR VISHAMBAR !
    ALAKH NIRANJAN TUM JAGDIS !!
    JITENDRIYA MAHBIR TRITHKAR !
    BRUDH ESHA AWLIYA SUBHANKAR !!
    TUM SAI DILDAR DATA !
    BHAKT JO MANGE SAB KUCH PATA !!
    MAINE BHI MANGA JO JO SAI !
    ISKHA MERI SAB PURI KARAI !!
    DHAN SAMPATI SANTATI PAI !
    PHIR BHI WASNA THAM NA PAI !!
    JAISE JAISE DHAN HANTH AYA !
    MAN ME LOBH KO BARHTE PAYA !!
    AMIRI ME SATTA KRITI KO CHAHA !
    APNE ME HO ME MASGUL RAHA !!
    MAN ME MAD LOBH KO PAKAR !
    VRITI ME RAHI JALIM AKAR !!
    SUKH KI AANS ME LAGAI DOUD !
    RISTE NATO KO DIYA TOR !!
    GHAMND ME DOSTI SAMJH NA PAYA !
    GHARWALO KA PYAR THUKRAYA !!
    SATTA KE PICHE LAGA BHAGNE !
    KRITI KA DAMAN PAKRA MAN ME !!
    SATTA KRITI KI LAGI DHUN !
    PALBHAR MAN ME NA RAHA SAKUN !!
    SABKUCH SAI DIYA AAPNE !
    PHIR BHI NA PAI SANTI MAN ME !!
    JINDAGI ME MAINE JO BHO PAYA !
    RAHA USH ME NIT KAR KA SAYA !!
    AB TERI SARAN ME AAYA SAI !
    DIJO KRIPALU MUJHE DUHAI !!
    KUCH NA SUJHE SUD BUD BISRAI !
    AAGE KNUA PICHE KHAI !!
    DUSMANO KI JALAN UMADKAR AAI !
    DANYE BANYE HAI AAG LAGAI !!
    JIVAN SAB SUKH DUKH KA MELA !
    CHKRAVIU ME FANSA MAI AKELA !!
    MAN MERA JALIM BAHU TARSAYE !
    KYA KARU SAI SUJH NA PAYE !!
    DAR DAR GOTE KHA RAHA HU !
    DUKH SAGAR ME TER RAHA HU !!
    KIJO SAI MERO NAYYA PAR !
    YU NA CHORO BICH MAJHDAR !!
    DIJO SAI EK WARDAN !
    JAB TAK RAHE JAN ME JAN !!
    HAR PAL TUMHARI YAD HO AASAN !
    KISI BHI HALAT ME NA RAHU PARESAN !!
    TUM SE BANA SRISTI KA HAR KAN !
    TUM SE BANDHI SAMAY KI DHARKAN !!
    RANGIN SUMANO KA SUNDAR CHAMAN !
    BANVARO KA USH PAR MADHUR GUNJAN !!
    KANHI AUR NAHI AMAR YAHI HAI AMAN !
    SACHHE SUKH SE BHARE MERA JIVAN !!
    SURAJ KE SUNHRE KIRAN SAT !
    SAT RANGO KA IN ME RAHE SATH !!
    INHI SATO SE BHARE SRISTI ME RANG !
    INHI SE JINDA HAI JINE KI UMANG !!
    SAI TUM VIDHATA TUM CHITRAKAR !
    TUM HI PRERNA TUM HI VICHAR !!
    SAI, SAT RANGO KA MAI JANU RAJ !
    SUNO DATA MERE DIL KI AAWAJ !!
    PHULO KI MAHAK SE BHAR JAYE MAN !
    SATO ME RANG JAYE JIVAN TARANG !!
    JAISE DHARTI GAGAN KA HO MILAN !
    CHAND SAGAR KA GUPT SANYAM !!
    JAISE ANSH VISHAL ME HO FHANA !
    BHAKT BHAGWAN ME HO DIWANA !!
    APNI HI DHUN SE KHOYA KHOYA !
    AB TAK SARI MAI JINDAGI JIYA !!
    JAB DUKHO KA TUFAN AAYA !
    SAI TUJHE AB YAD KIYA !!
    SAI TERE AJAB HAI KARM !
    TERI DUA HAR JAKHAM PAR MARHAM !!
    TUNE SIKHAYA INSANIYAT KA DHARAM !
    TUM KHUD HI KHUDA HO SAI PARAM !!
    SRIDI ME KIYA TUNE VISHRAM !
    SRIDI KO BANAYA TIRATHDHAM !!
    TUM KAHTE RAHE LOGO KO SADA !
    ALLAH MALIK, MAI KHUDA KA BANDA !!
    SAI TERI VINAMRATA KI YE AADA !
    DEKH KAR NAJ AAYE KHUDA KO SADA !!
    SRADHA SABURIKA SANDESA PAWAN !
    DIYA SAI TUMNE ANTI MAN BHAWAN !!
    SRADHA SE JANIT MAN ME VISHWAS !
    HAR PAL PAYA TUMHE DIL KE PAS !!
    SABURI SE JAGA MAN ME SANYAM !
    PARIBARTAN HAI SRISTI KA NIYAM !!
    JINDAGI SUKH DUKH KA YOG CHAKRA !
    DIN AUR RAT KA ANUTHA CHAKRA !!
    TERE DIDAR SE HOWE SANKAT PAR !
    SAI NAM MANTRA KHOLE SUKH KA DWAR !!
    SAI NAM MANTRA SE VHAI KA NAS !
    SAB SUKH PAWE ANAND AVHINAS !!
    SAI KAR DO DATA ESA CHAMTKAR !
    DUNIYA ME KOI NA RAHE DIN LACHAR !!
    GARIBO KE SAI DUR HO KAST !
    JIVAN ME RAHE SABHI SANTUST !!
    CHAHE INSAN HO GARIB YA AMIR !
    KHUSIYA SE BHAR DO UNKE TAKDIR !!
    SAD KAMNAYE UNKI PURI HO !
    DHAN SUKH SANTI KI PRAPTI HO !!
    AISE KRIPA SAB PAR KARO SAINATH !
    DUKH ME SABURI SE JUDE HANTH !!
    SUKH KO GHARI ME SRADHA KA HO SATH !
    ANTH ME DARSAN TERA HO SAI NATH !!
    JO BHI BHAKT PADE YAH GRANTH  !
    "OM SAINATH NAMAH" YAH MANTRA !!
    WO HO JAYE SAI KRIPA KA PATRA !
    UN PER AKSHAYA RAHE SAI RAKSHA CHATRA !!

    OM SAI RAM OM SAI RAM

    Offline vickyanchal

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    Re: SAI KAST NIWARAN MANTRA
    « Reply #1 on: June 14, 2011, 12:41:04 PM »
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  • ।। सदगुरु सांई नाथ महाराज की जय ।।

    सांई कष्ट निवारण मन्त्र
       

    कष्टों की काली छाया दुखदायी है, जीवन में घोर उदासी लाई है ।

    संकट को टालो सांई दुहाई है, तेरे सिवा ना कोई सहाई है ।

    मेरे मन तेरी मूरत समाई है, हर पल हर क्षण महिमा गाई है ।

    घर मेरे कष्टों की आँधी आई है, आपने क्यों मेरी सुध भुलाई है ।

    तुम भोले नाथ हो दया निधान हो, तुम हनुमान हो महा बलवान हो ।

    तुम्ही हो राम और तुम्ही श्याम हो, सारे जगत में तुम सबसे महान हो ।

    तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे, करता हूँ प्रार्थना भव से तार दो ।

    तुम्ही मुहम्मद हो गरीब नवाज हो, नानक की वाणी में ईसा के साथ हो ।

    तुम्ही दिगम्बर तुम्ही कबीर हो, हो बुद्घ तुम्ही और महावीर हो ।

    सारे जगत का तुम्ही आधार हो, निराकार भी और साकार हो ।

    करता हूँ वन्दना प्रेम विश्वास से, सुनो सांई अल्लाह के वास्ते ।

    अधरों में मेरे नहीं मुस्कान है, घर मेरा बनने लगा श्मशान है ।

    रहम नजर करो उजड़े विरान पे, जिन्दगी संवरेगी इस वरदान से ।

    पापों की धूप से तन लगा हारने, आपका ये दास लगा पुकारने ।

    आपने सदा लाज बजाई है, देर ना हो जाये मन शंकाई है ।

    धीरे-धीरे धीरज ही खोता है, मन में बसा विश्वास ही रोता है ।

    मेरी कल्पना साकार कर दो, सूनी जिन्दगी में रंग भर दो । 

    ढ़ोते-ढ़ोते पापों का भार जिन्दगी से, मैं हार गया जिन्दगी से ।

    नाथ अवगुण अब तो बिसारो, कष्टों की लहर से आके उबारो ।

    करता हूँ पाप मैं पापों की खान हूँ, ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर मैं अज्ञान हूँ ।

    करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल मैं, तार दो जीवन ये चरणों की धूल से ।

    तुमने उजाड़ा हुआ घर बसाया, पानी से दीपक तुमने जलाया ।

    तुमने ही शिरड़ी को धाम बनाया, छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया ।

    कष्ट पाप श्राप उतारो, प्रेम दया दृष्टि से निहारो ।

    आपका दास हूँ ऐसे ना टालिये, गिरने लगा हूँ सांई सम्भालिये ।

    सांई जी बालक मैं अनाथ हूँ, तेरे भरोसे रहता दिन-रात हूँ ।

    जैसा भी हूँ, हूँ तो आपका, कीजै निवारण मेरे संताप का ।

    तू है सवेरा और मैं रात हूँ, मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ ।

    सांई मुझसे मुख ना मोड़ो, बीच मझदार अकेला ना छोड़ो ।

    आपके चरणों में बसे प्राण है, तेरे वचन मेरे गुरु समान है ।

    आपकी राहों पे चलता दास है, खुशी नहीं कोई जीवन उदास है ।

    आंसू की धारा है डूबता किनारा, जिन्दगी में दर्द, नहीं गुजारा ।

    लगाया चमन तो फूल खिलाओ, फूल खिले है तो खुशबू भी लाओ ।

    कर दो इशारा तो बात बन जाए, जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये ।

    बीता जमाना ये गाकें फसाना, सरहदें जिन्दगी मौत तराना ।

    देर तो हो गयी है अंधेर ना हो, फिक्र मिले लेकिन फरेब न हो ।

    देके टालो या दामन बचा लो, हिलने लगी रहनुमाई सम्भालो ।

    तेरे दम पे अल्लाह की शान है, सूफी संतों का ये बयान है ।

    गरीब की झोली में भर दो खजाना, जमाने के वाली करो ना बहाना ।

    दर के भिखारी है मोहताज है हम, शहंशाहे आलम करो कुछ करम ।

    तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत, तुम सदगुरु सांई हो समरथ ।

    आए तो धरती पे देने सहारा, करने लगे क्यों हमसे किनारा ।

    जब तक ये ब्रहमांड रहेगा, सांई तेरा नाम रहेगा ।

    चाँद सितारे तुम्हें पुकारेंगें, जन्मोजन्म हम रास्ता निहारेंगें ।

    आत्मा बदलेगी चोले हजार, हम मिलते रहेंगे हर बार ।

    आपके कदमों में बैठे रहेंगे, दुखड़े दिल के कहते रहेंगे ।

    आपकी मरजी है दो या ना दो, हम तो कहेंगे दामन ही भर दो ।

    तुम हो दाता हम है भिखारी, सुनते नहीं क्यों अरज हमारी ।

    अच्छा चलो इक बात बता दो, क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो ।

    जो नहीं देना है इन्कार कर दो, खत्म ये आपस की तकरार कर दो ।

    लौट के खाली चला जाऊँगा, फिर भी गुण तो गाऊँगा ।

    जब तक काया है तब तक माया है, इसी में दुःखों का मूल समाया है ।

    सब कुछ जान के अनजान हूँ मैं, अल्लाह की तू शान तेरी हूँ शान में ।

    तेरा करम सदा सबपे रहेगा, ये चक्र युग-युग चलता रहेगा ।

    जो प्राणी गायेगा सांई तेरो नाम, उसको मिले मुक्ति पहुँचे परमधाम ।

    ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगें, राहू, केतु, शनि निकट ना आएँगे ।

    टल जाएंगें संकट सारे, घर में वास करें सुख सारे ।

    जो श्रद्घा से करेगा पठन, उस पर देव सभी हो प्रसन्न ।

    रोग समूह नष्ट हो जायेंगें, कष्ट निवारण मन्त्र जो गाएँगें ।

    चिन्ता हरेगा निवारण जाप, पल में हो दूर हो सब पाप ।

    जो ये पुस्तक नित दिन बांचे, लक्ष्मी जी घर उसके सदा बिराजै ।

    ज्ञान बुद्घि प्राणी वो पायेगा, कष्ट निवारण मंत्र जो ध्यायेगा ।

    ये मन्त्र भक्तों कमाल करेगा, आई जो अनहोनी तो टाल देगा ।

    भूत प्रेत भी रहेंगे दूर, इस मन्त्र में सांई शक्ति भरपूर ।

    जपते रहे जो मंत्र अगर, जादू टोना भी हो बेअसर ।

    इस मंत्र में सब गुण समाये, ना हो भरोसा तो आजमाएँ ।

    ये मंत्र सांई वचन ही जानो, स्वयं अमल कर सत्य पहचानो ।

    संशय ना लाना विश्वास जगाना, ये मंत्र सुखों का है खजाना ।

    इस पुस्तक में सांई का वास, सांई दया से ही लिख पाया दास ।।

    Offline vickyanchal

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    Re: SAI KAST NIWARAN MANTRA
    « Reply #2 on: June 15, 2011, 12:29:02 AM »
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  • '''आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा'''

    आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा .
    चरणों के तेरे हम पुजारी साईँ बाबा ..

    विद्या बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो
    तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो
    हे जगदाता अवतारे, साईँ बाबा .
    आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..

    ब्रह्म के सगुण अवतार तुम स्वामी
    ज्ञानी दयावान प्रभु अंतरयामी
    सुन लो विनती हमारी साईँ बाबा .
    आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..

    आदि हो अनंत त्रिगुणात्मक मूर्ति
    सिंधु करुणा के हो उद्धारक मूर्ति
    शिरडी के संत चमत्कारी साईँ बाबा .
    आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..

    भक्तों की खातिर, जनम लिये तुम
    प्रेम ज्ञान सत्य स्नेह, मरम दिये तुम
    दुखिया जनों के हितकारी साईँ बाबा .
    आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ..

    Offline vickyanchal

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    Re: SAI KAST NIWARAN MANTRA
    « Reply #3 on: June 15, 2011, 01:38:57 PM »
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  • ॐ साईं राम!!!

    साईं चरणों में बैठ कर ~
    मेरे ऐसे आंसूं आए~
    कोटि कोटि मेरा कर्म धोए~
    पावन मुझे बनाए~

    ओ मेरे साईं कृपा करो~
    ओ मेरे साईं दया करो~~

     


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