हे साँई बाबा सबका पालन करने वाले हमें किसी भी तरह के अपमान से बचाना बच्चों को इतनी सद बुद्धी देना कि वे हमारा कभी अपमान न करें हम बच्चों से कुछ और नहीं चाहते बस इतनी सी विनती है बाबा कि ज़िन्दगी के इस मोड़ पर हम अपनी ही नज़र से नज़र न मिला पाएँ एसा दिन हमें न देखना पड़े । आपने हमें वो सब कुछ दिया है जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी लोगों का भरपूर प्यार हमें मिला लोगों से बहुत-बहुत सम्मान आपने हमें दिलवाया पर बच्चों के लिये हमने एसी क्या कमी करदी जससे हम उन्हें ख़ुश नहीं रख पाए बबा आपने हमें जितनी बुद्धी दी उसी के हिसाब से हमने उन्हैं वो सब कुछ दिया जो हम दे सकते थे फ़िर भी न जाने कहाँ कमी रह गई, बाबा माना हमारे पूर्व जन्मों के कर्मों का फ़ल है तो बाबा आपकी शरण में आनेपर तो सभी बुरे कर्म भस्म हो जाते हैं तो बाबा अपनी इस बेटी पर कृपा क्यों नहीं करते ? आप सब समझ रहे हैं कि मैं क्या कहना चाह रही हूं बस बाबा बहुत हुआ अब रहम नज़र करो मैं अपने पति का मुर्झाया चहरा नहीं देख सकती हर क्षेत्र में नाम कमाने वाले इंसान का उदास चहरा मुझे बहुत तकलीफ़ देता है बाबा या तो हमें सहने की शक्ती दो हमें अछे बुरे के भेद से परे करो,मान अपमान से परे करो या फ़िर हमारे कर्मों को क्षमा करो या फ़िर मोहमाया से मन को हटा दो ।
हे साँई बाबा तुम्हारी जय हो जय हो जय हो
ॐ श्री साँई नाथाय नमः
ॐ श्री साँई नाथाय नमः
ॐ श्री साँई नाथाय नमः
ॐ श्री साँई नाथाय नमः
ॐ श्री साँई नाथाय नमः