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Author Topic: हाथ जोड कर शीश झुका कर......बाबा करते हम अरदास  (Read 6068 times)

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Offline my_sai

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हाथ जोड कर शीश झुका कर
साई तेरे दर पर आकर
बाबा करते हम अरदास
रखना श्री चरणो के पास

मागे हम आ हाथ पसारे
जो हम चाहे देना प्यारे
धन दौलत की नही है आस
न ही राज योग की प्यास

नहीं चाहिये महल चौबारे
नहीं चाहिये वैभव सारे
नहीं चाहिये यश और मान
ना देना कोई सम्मान

जो हम चाहें सुन लो दाता
देना होगा तुम्हें विधाता
खाली हम ना जायेंगे
जो मान्गा सो पायेंगे

हमको प्रभु प्रेम दो ऐसा
शामा को देते थे जैसा
हरदम रखो अपने साथ
मस्तक पर धर कर श्री हाथ

भक्ति हममे जगाओ वैसी
जगाई मेधा मे थी जैसी
भक्ति मे भूलें जग सारा
केवल तेरा रहे सहारा 

महादान हमको दो ऐसा
लक्श्मी शिन्दे को दिया था जैसा
अश्टान्ग योग नवधा भक्ति
साई सब है तेरी शक्ति

सेवा का अवसर दो ऐसा
भागो जी को दिया था जैसा
चाहे कश्ट अनेक सहें
श्री चरणों का ध्यान रहे

निकटता दे दो हमको वैसी
म्हाल्सापति को दी थी जैसी
प्रभु बना लो अपना दास
ह्रदय में आ करो निवास

सम्वाद करो हमसे प्रभु ऐसे
तात्या से करते थे जैसे
सुख दुख तुमसे बांट सकें
रिश्ता तुम से गान्ठ सके

महाग्यान दो हमको ऐसा
नाना साहेब को दिया था जैसा
दूर अझान अन्धेरा हो
जीवन में नया सवेरा हो

वाणी दे दो हमको वैसी
दासगणु को दी थी जैसी
घर घर तेरा गान करें
साई तेरा ध्यान धरें

आशीश दे दो हमको ऐसा
हेमाडपंत को दिया था जैसा
कुछ हम भी तो कर जाऎं
साईं स्तुति रच तर जाऎं

महाप्रसाद हमको दो ऐसा
देते राधा माई को जैसा
हम भी पाऎं कॄपा प्रसाद
शेश रहे ना कोई स्वाद

आधि व्याधि हर लो ऐसे
काका जी की हरी थी जैसे
शेश रहे ना कोई विकार
दुर्गुण , दुर्मन दुर्विचार

मुक्ति देना हमको वैसी
बालाराम को दी थी जैसी
श्री चरणों में डालें डेरा
जन्म मरण का छूटे फेरा

जो मांगा है नहीं असंभव
तुम चाहो तो कर दो संभव
विनती ना ठुकराओ तुम
बच्चों को अपनाओ तुम

माना दोश घनेरे हैं
बाबा फिर भी तेरे हैं
दो हमको मनचाहा दान
भक्तों का कर दो कल्याण
sai ma apni is das ki sevika ki galtiyon ko maaf ker do
shama ker do sai ma
maaf ker do sai ma
har saans main terA NAAM HO SAI MA .
श्री सद्रगुरु साईनाथ.
मेरा मन-मधुप आपके चरण कमल और भजनों में ही लगा रहे । आपके अतिरिक्त भी अन्य कोई ईश्वर है, इसका मुझे ज्ञान नहीं । मुझ पर आप सदा दया और स्नेह करें और अपने चरणों के दीन दास की रक्षा कर उसका कल्याण करें । आपके भवभयनाशक चरणों का स्मरण करते हुये मेरा जीवन आनन्द से व्यतीत हो जाये, ऐसी मेरी आपसे विनम्र प्रार्थना है ।
 श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु

Offline janvi

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  • daya, kshama, kripa karo.......sai dev
shri satchidanand sadguru sainath maharaj ki jai

hare ram hare ram ram ram hare hare
hare krishna hare krishna krishna krishna hare hare
hare sai hare sai sai sai hare hare
hare dutta hare dutta dutta dutta hare hare

om sai ram......jai sai maa.........

Offline my_sai

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हाथ जोड कर शीश झुका कर
साई तेरे दर पर आकर
बाबा करते हम अरदास
रखना श्री चरणो के पास

मागे हम आ हाथ पसारे
जो हम चाहे देना प्यारे
धन दौलत की नही है आस
न ही राज योग की प्यास

नहीं चाहिये महल चौबारे
नहीं चाहिये वैभव सारे
नहीं चाहिये यश और मान
ना देना कोई सम्मान

जो हम चाहें सुन लो दाता
देना होगा तुम्हें विधाता
खाली हम ना जायेंगे
जो मान्गा सो पायेंगे

हमको प्रभु प्रेम दो ऐसा
शामा को देते थे जैसा
हरदम रखो अपने साथ
मस्तक पर धर कर श्री हाथ

भक्ति हममे जगाओ वैसी
जगाई मेधा मे थी जैसी
भक्ति मे भूलें जग सारा
केवल तेरा रहे सहारा 

महादान हमको दो ऐसा
लक्श्मी शिन्दे को दिया था जैसा
अश्टान्ग योग नवधा भक्ति
साई सब है तेरी शक्ति

सेवा का अवसर दो ऐसा
भागो जी को दिया था जैसा
चाहे कश्ट अनेक सहें
श्री चरणों का ध्यान रहे

निकटता दे दो हमको वैसी
म्हाल्सापति को दी थी जैसी
प्रभु बना लो अपना दास
ह्रदय में आ करो निवास

सम्वाद करो हमसे प्रभु ऐसे
तात्या से करते थे जैसे
सुख दुख तुमसे बांट सकें
रिश्ता तुम से गान्ठ सके

महाग्यान दो हमको ऐसा
नाना साहेब को दिया था जैसा
दूर अझान अन्धेरा हो
जीवन में नया सवेरा हो

वाणी दे दो हमको वैसी
दासगणु को दी थी जैसी
घर घर तेरा गान करें
साई तेरा ध्यान धरें

आशीश दे दो हमको ऐसा
हेमाडपंत को दिया था जैसा
कुछ हम भी तो कर जाऎं
साईं स्तुति रच तर जाऎं

महाप्रसाद हमको दो ऐसा
देते राधा माई को जैसा
हम भी पाऎं कॄपा प्रसाद
शेश रहे ना कोई स्वाद

आधि व्याधि हर लो ऐसे
काका जी की हरी थी जैसे
शेश रहे ना कोई विकार
दुर्गुण , दुर्मन दुर्विचार

मुक्ति देना हमको वैसी
बालाराम को दी थी जैसी
श्री चरणों में डालें डेरा
जन्म मरण का छूटे फेरा

जो मांगा है नहीं असंभव
तुम चाहो तो कर दो संभव
विनती ना ठुकराओ तुम
बच्चों को अपनाओ तुम

माना दोश घनेरे हैं
बाबा फिर भी तेरे हैं
दो हमको मनचाहा दान
भक्तों का कर दो कल्याण

sai ma mujhey maaf ker do
hamari raksha kero sai ma

श्री सद्रगुरु साईनाथ.
मेरा मन-मधुप आपके चरण कमल और भजनों में ही लगा रहे । आपके अतिरिक्त भी अन्य कोई ईश्वर है, इसका मुझे ज्ञान नहीं । मुझ पर आप सदा दया और स्नेह करें और अपने चरणों के दीन दास की रक्षा कर उसका कल्याण करें । आपके भवभयनाशक चरणों का स्मरण करते हुये मेरा जीवन आनन्द से व्यतीत हो जाये, ऐसी मेरी आपसे विनम्र प्रार्थना है ।
 श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु

Offline my_sai

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निकटता दे दो हमको वैसी
म्हाल्सापति को दी थी जैसी
प्रभु बना लो अपना दास
ह्रदय में आ करो निवास
श्री सद्रगुरु साईनाथ.
मेरा मन-मधुप आपके चरण कमल और भजनों में ही लगा रहे । आपके अतिरिक्त भी अन्य कोई ईश्वर है, इसका मुझे ज्ञान नहीं । मुझ पर आप सदा दया और स्नेह करें और अपने चरणों के दीन दास की रक्षा कर उसका कल्याण करें । आपके भवभयनाशक चरणों का स्मरण करते हुये मेरा जीवन आनन्द से व्यतीत हो जाये, ऐसी मेरी आपसे विनम्र प्रार्थना है ।
 श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु

Offline saisumiran

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sai sai sai sai sai ~~~~~~~~~~~~sai sai sai sai sai
sai sai sai sai sai ~~~~~~~~~~~~sai sai sai sai sai
have mercy on me

Offline my_sai

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निकटता दे दो हमको वैसी
म्हाल्सापति को दी थी जैसी
प्रभु बना लो अपना दास
ह्रदय में आ करो निवास

BABA AAPKO DIWALI KI BAHUT MOOBARAK HO
JAI SAI MA
श्री सद्रगुरु साईनाथ.
मेरा मन-मधुप आपके चरण कमल और भजनों में ही लगा रहे । आपके अतिरिक्त भी अन्य कोई ईश्वर है, इसका मुझे ज्ञान नहीं । मुझ पर आप सदा दया और स्नेह करें और अपने चरणों के दीन दास की रक्षा कर उसका कल्याण करें । आपके भवभयनाशक चरणों का स्मरण करते हुये मेरा जीवन आनन्द से व्यतीत हो जाये, ऐसी मेरी आपसे विनम्र प्रार्थना है ।
 श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु

Offline priyanka_goel

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om sai shri sai jai jai sai
om sai shri sai jai jai sai
om sai shri sai jai jai sai
om sai shri sai jai jai sai

Offline Dnarang

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    • Sai Baba
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
SAI SAMARTHA
Mere Sai ki Deepali

श्री साईनाथ । आपके ऋण हम किस प्रकार चुका सकेंगें । आपके श्री चरणों में हमारा बार-बार प्रणाम है । हम दीनों पर आप सदैव कृपा करते रहियेगा, क्योंकि हमारे मन में सोते-जागते हर समय न जाने क्या-क्या संकल्प-विकल्प उठा करते है । आपके भजन में ही हमारा मन मग्न हो जाये, ऐसा आर्शीवाद दीजिये ।

Baba mujh Dasi ko apne Charankamalon ki Sheetal Chaaya me Sthan de do.

Offline my_sai

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भक्ति हममे जगाओ वैसी
जगाई मेधा मे थी जैसी
भक्ति मे भूलें जग सारा
केवल तेरा रहे सहारा 
CHERNO SE LAGA LO , GALE SE LAGA LO MA .
JAI JAI SAI MA
JAI JAI SAI MA
श्री सद्रगुरु साईनाथ.
मेरा मन-मधुप आपके चरण कमल और भजनों में ही लगा रहे । आपके अतिरिक्त भी अन्य कोई ईश्वर है, इसका मुझे ज्ञान नहीं । मुझ पर आप सदा दया और स्नेह करें और अपने चरणों के दीन दास की रक्षा कर उसका कल्याण करें । आपके भवभयनाशक चरणों का स्मरण करते हुये मेरा जीवन आनन्द से व्यतीत हो जाये, ऐसी मेरी आपसे विनम्र प्रार्थना है ।
 श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु

Offline saisumiran

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sai sai sai sai sai sai sai sai sai ~~~~~~~~~~~~~~~~
sai sai sai sai sai sai sai sai sai ~~~~~~~~~~~~~~~~~
have mercy on me

Offline rajiv uppal

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  • ~*साईं चरणों में मेरा नमन*~
    • Sai-Ka-Aangan
SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
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SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
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SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
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SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
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SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
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SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
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SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM

SAI RAM SAI RAM SAI SHYAM SAI SHYAM
ALLAH SAI MAULA SAI ALLAH SAI MAULA SAI
SHIV SHIV SAI BHOLA SAI SHIV SHIV SAI
SATNAM SATNAM WAHEGURU SATNAM
..तन है तेरा मन है तेरा प्राण हैं तेरे जीवन तेरा,सब हैं तेरे सब है तेरा मैं हूं तेरा तू है मेरा..

Offline abhinav

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my_sai  ji,

bahutttttttttttttt bahuttttttttttttt bahutttttttttttttttt sunder...........

sach kahu to words nahi hai mere paas aapki poem ki tareef karne ke liye. secondly iss poem me aapke dil ki aawaj aur baba ke prati samarpan ka bhaav clear reflect ho raha hai.

plzzzzzzzzzzzzz keep it up aur hum sabko aise hi sunder sunder poem dete raho.

om sai ram.
 
 
मी पापी-पतित धीमंद । 
तारणें मला गुरुनाथा, झडकरी ।।
मुझसा कोई पापी तेरे दर पे ना आया होगा।
और जो आया होगा, खाली लौटाया ना होगा॥
ॐ साई राम          اوم ساي رام          ਓਮ ਸਾਈ ਰਾਮ          OM SAI RAM          ॐ साई राम          اوم ساي رام          ਓਮ ਸਾਈ ਰਾਮ          OM SAI RAM          ॐ साई राम          اوم ساي رام          ਓਮ ਸਾਈ ਰਾਮ          OM SAI RAM          ॐ साई राम          اوم ساي رام          ਓਮ ਸਾਈ ਰਾਮ          OM SAI RAM

Offline my_sai

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abhinav ji ,
taarif kerney ka dhanyawad .
sai am aapki hamesha raksha kerey


jai jai sai
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श्री सद्रगुरु साईनाथ.
मेरा मन-मधुप आपके चरण कमल और भजनों में ही लगा रहे । आपके अतिरिक्त भी अन्य कोई ईश्वर है, इसका मुझे ज्ञान नहीं । मुझ पर आप सदा दया और स्नेह करें और अपने चरणों के दीन दास की रक्षा कर उसका कल्याण करें । आपके भवभयनाशक चरणों का स्मरण करते हुये मेरा जीवन आनन्द से व्यतीत हो जाये, ऐसी मेरी आपसे विनम्र प्रार्थना है ।
 श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु

Offline MANAV_NEHA

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SAI SAI SAI SAI SAI
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SAI SAI SAI SAI SAI
SAI SAI SAI SAI SAI
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SAI SAI SAI SAI SAI
SAI SAI SAI SAI SAI
SAI SAI SAI SAI SAI
SAI SAI SAI SAI SAI
SAI SAI SAI SAI SAI
SAI SAI SAI SAI SAI
 
गुरूर्ब्रह्मा,गुरूर्विष्णुः,गुरूर्देवो महेश्वरः
गुरूर्साक्षात् परब्रह्म् तस्मै श्री गुरवे नमः॥
अखण्डमण्डलाकांरं व्याप्तं येन चराचरम्
तत्विदं दर्शितं येन,तस्मै श्री गुरवे नमः॥


सबका मालिक एक

Offline my_sai

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वाणी दे दो हमको वैसी
दासगणु को दी थी जैसी
घर घर तेरा गान करें
साई तेरा ध्यान धरें
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाई'साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईस
साईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसाईसा

श्री सद्रगुरु साईनाथ.
मेरा मन-मधुप आपके चरण कमल और भजनों में ही लगा रहे । आपके अतिरिक्त भी अन्य कोई ईश्वर है, इसका मुझे ज्ञान नहीं । मुझ पर आप सदा दया और स्नेह करें और अपने चरणों के दीन दास की रक्षा कर उसका कल्याण करें । आपके भवभयनाशक चरणों का स्मरण करते हुये मेरा जीवन आनन्द से व्यतीत हो जाये, ऐसी मेरी आपसे विनम्र प्रार्थना है ।
 श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु

 


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