OM SAI RAM!!!
What is Enlightenment? Living from a depth of life,
not getting stressed in any situation, to be able to influence
circumstances, rather than get influenced by them. If you could
smile from the depth of your heart, somewhere deep inside of you...
Because our very nature is enlightenment, that is why human and
divine are not two things. Stress is the outermost cover, the plastic
around the apple. Human is the outer skin and divine is the pulp inside.
मुक्ति क्या है? जीवन को एक गहराई से जीना, किसी भी परिस्थिति में तनावपूर्ण न होना, परिस्थितियों
से प्रभावित होने की बजाय उन्हें प्रभावित करना। यदि तुम दिल की गहराईओं से मुस्कुरा सको, कहीं
भीतर से... मुक्ति तुम्हारा स्वभाव है। मनुष्यता और दिव्यता दो नहीं हैं। तनाव सबसे बाहर का
आवरण है, सेब पर लगे प्लास्टिक की तरह। मनुष्यता उसकी बाहरी त्वचा है और दिव्यता उसके
भीतर का गूदा है।
Sri Sri Ravi Shankar