खूबसूरती भगवान की देन है। आप जितना स्वस्थ होंगी/होंगे उतना ही खूबसूरत दिखेंगे। हमारा भोजन ऐसा हो जो पर्याप्त पोषक तत्व दे, जिससे स्वास्थ्य के साथ सुंदरता भी बढ़े। सुंदरता के लिये मेकअप पर निर्भरता नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये आपकी बाहरी खूबसूरती को बढ़ाते है। भोजन में सही मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, मिनरल्स आदि लेने से खूबसूरती निखरती है। सच तो यह है कि सौंदर्यवर्द्धक पदार्थो के प्रयोग से आप स्वास्थ्य व सौंदर्य को स्थायी तौर पर हासिल नहीं कर सकते। इसके लिए आपको अपने खान-पान और जीवन-शैली में परिवर्तन करना होगा।
प्रोटीन
हमारी त्वचा, बाल, नाखून आदि प्रोटीन से ही बने होते है। शरीर में टूट-फूट की मरम्मत के लिये प्रोटीन अति आवश्यक है। प्रोटीन की कमी से त्वचा कांतिहीन, बालों और नाखूनों के टूटने आदि की समस्याएं हो जाती है। इनसे बचने के लिए दूध व दूध से बने अन्य उत्पाद, अनाज, दालें, मीट, मछली, अंडा, सूखी फलियां और मेवे का सेवन करे।
कार्बोहाइड्रेट
शरीर के लिये ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत कार्बोहाइड्रेट है। किसी भी कार्य को करने के लिए हमें ऊर्जा कार्बोहाइड्रेट से ही प्राप्त होती है। भोजन में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे मैदा, मैदे से बने खाद्य पदार्थ, जंक फूड आदि को कम वरीयता दें, क्योंकि ये पदार्थ देर से पचते है और कब्ज आदि की समस्याएं उत्पन्न करते है। इससे मुंहासे आदि समस्याएं होती है। इनके स्थान पर फाइबर युक्त भोजन जैसे साबुत अनाज, दालें और साबुत फल का सेवन करे।
विटामिन 'ए'
स्वस्थ बालों और स्वस्थ आँखों के लिये विटामिन 'ए' की आवश्यकता होती है। यह त्वचा को संक्रमित होने से बचाता है। विटामिन 'ए' त्वचा को खुश्क होने और झुर्रियों से बचाता है। साथ ही डैड्रफ भी रोकता है। इसकी कमी से आँखों का कमजोर होना, त्वचा में झुर्रियां, कड़ापन, खुश्की, डैड्रफ, नाखूनों की पपड़ी उखड़ना जैसे समस्याएं उत्पन्न होती है। इसके लिए, दूध तथा इसके उत्पाद, अंडा, गाजर, टमाटर, पपीता, हरी पत्तोदार सब्जियां आदि का सेवन करे।
विटामिन 'बी' कांपलेक्स
चमकदार त्वचा के लिये विटामिन बी कांपलेक्स की प्रतिदिन सही मात्रा लेनी चाहिये। इसकी कमी से होंठ फटने लगते है और उनसे खून आने लगता है, बाल सफेद होने लगते है, त्वचा में कभी-कभी लाल चकत्तो भी पड़ जाते है। इन समस्याओं से बचने के लिए गेहूं और साबुत अनाज, दालें, हरी पत्तोदार सब्जियां, सूखे मेवे, मीट का सेवन करे।
विटामिन 'सी'
यह कोलेजन तत्व के उत्पादन के लिए बहुत आवश्यक है। त्वचा को बाँधे रखने के लिये कोलेजन गोंद की तरह कार्य करता है। इससे त्वचा में कसाव रहता है और असमय झुर्रियां नहीं पड़ती है। यह मसूड़ों को भी स्वस्थ रखता है जिससे मसूड़ों से खून आना, दुर्गध आना आदि समस्याएं नहीं होती है। विटामिन सी पसीने की ग्रंथियों को भी नियंत्रित करता है, जिससे त्वचा खुश्क नहीं होती है। यह चेहरे पर असमय पड़ने वाली लकीरों और बालों को टूटने से रोकता है। इनसे बचने के लिए अंकुरित अनाज, हरी सब्जियां, साइट्रस फ्रूट्स जैसे नींबू, संतरा और आंवला का सेवन करे।
विटामिन 'डी'
स्वस्थ दांतों, हड्डियों और नाखूनों के लिये विटामिन डी बहुत महत्वपूर्ण है। यह कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण में मुख्य भूमिका निभाता है। विटामिन डी की कमी से दांतों की समस्याएं होती है। नाखून भी कमजोर होकर टूटने लगते है। विटामिन डी के लिए प्रतिदिन कुछ देर धूप में रहे। साथ ही दूध, मक्खन, अंकुरित अनाज और मछली का सेवन करे।
विटामिन 'ई'
विटामिन ई झुर्रियों से बचाता है और असमय बुढ़ापा रोकने में भी मदद करता है। साथ ही यह त्वचा को खुश्क होने, बाल गिरने व नाखूनों को टूटने से बचाता है। इसके लिए साबुत अनाज, दूध, मक्खन, हरी सब्जियों, अंडे का पीला भाग, सोयाबीन, जैतून के तेल आदि का सेवन करे।
मिनरल्स
भोजन में मिनरल्स जैसे कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम आदि महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। स्वस्थ, दांतों, बालों, नाखूनों और हड्डियों के लिये कैल्शियम और फॉस्फोरस साथ मिलकर काम करते है। कैल्शियम की कमी से हड्डियां, दांत और मसूढ़े कमजोर हो जाते है। आयरन की कमी से थकान, बालों का टूटना, त्वचा के रंग में परिवर्तन आदि परेशानियां हो जाती है। मिनरल्स के लिए, साबुत अनाज, दालें, दूध तथा दूध के उत्पाद, अंडा, मीट, मछली, हरी पत्तोदार सब्जियां, ताजे फल और सूखे मेवे आदि का सेवन करे।
पानी
पानी जीवन का आधार है। पानी शरीर में एकत्र विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में मदद करता है। सही मात्रा में पानी पीने से पाचन सही होता है और रक्त का शोधन भी होता है। कम पानी पीने से त्वचा में सूखापन, झुर्रियां, मुँहासे, बालों का झड़ना, कब्ज आदि समस्याएं होती है।
व्यायाम
प्राणायाम, योग, ध्यान, एरोबिक्स आदि शरीर को फिट रखने के लिये आवश्यक है। इनसे शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी निकल जाती है और रक्त संचार सही रहता है। मेडीटेशन से मन एकाग्र होता है, जिससे नयी ऊर्जा का अनुभव करेगे।
दीपा भदौरिया