एक दिन गुजर रहा था बरसात में
रास्ता पड़ता था कीचड़ के मैदान से
सर फट रहा था दुर्गन्ध से
तभी देखा फूल एक खिला मन से
सोचा क्या किस्मत है
कितना भव्य फूल पर चारो फरफ कीचड़ है .
ध्यान बंट गया
कीचड़ से फूल खिल गया
अब सोच बदल गयी
कीचड़ की दुर्गन्ध हट गयी
फूल की सुगंध मन में बस गयी .
यही तो जीवन का तराना है
हर दुःख के साथ सुख का आना जाना है
बदलता है मौसम कभी दिनों में ,
कभी लेता सालों है .
पर परिवर्तन नियम है सृष्टि का
न सदा सुख न सदा दुःख
समय तो आना जाना है .
सोना हो या हीरा
कीमत सबने जानी है
पर चोटें कितनी सही
इस कीमत पाने को
यह एक अजब कहानी है.
मत थक राही इस डगर पर
मंजिल को तो आना है
मत रख उम्मीद जिन्दगी से
यह तो एक फ़साना है
जो जब मिलना है
तब मिलना है
पर लड़ सकते है किस्मत से
यह "जिंदगी" तुझे दिखाना है .
साईं साथ है मेरे
यह विश्वास मन में जगाना है .
कम नहीं में किसी से
यह अब सत्य जीवन में लाना है .
फ़कीर जी,
जिन्दगी बहुत बार इन्तिहाँ लेती है. पर जो अंतिम सांस तक संघर्ष करते है, वोही जीतते है . कई वर्ष पहले बेरोजगारी की वजह से में बहुत दुखी था . लगता था जिन्दगी में कभी काम नहीं मिलेगा , हर आस ख़तम हो गयी थी . मन कहता था कोई भी छोटा मोटा कम कर लो, पर दूसरी तरफ लगता था इतनी मेहनत करने के बाद भी समजौता कयूँ. उस वक़्त एक किताब पड़ी "अन्थोनी रोब्बिंस" की जिसमे उन्होंने कहा था जिन्दगी चाहे कितना भी कष्ट दे आपने को कभी नहीं गिराना . फिर से हिमत बटोरी . काम मिला, धीरे धीरे जिंदगी बदली , ऐसा नहीं फिर मुसीबते नहीं आई पर अब हौसला था , कि में अकेला नहीं , मेरी हिम्मत और मेरे साईं दोनों मेरे साथ है . जिन्दगी तभी इन्तिहाँ लेती है जब उसे आप से उम्मीद होती है . एक साथ सब मुसीबतों को मत देखो , लड़ो एक एक कर के , अपने को अकेला समझ कर नहीं, साईं इस लडाई में साथ है, जीत जरूर होगी . समय की ताकत को पहचानो , उसका इस्तेमाल करो, परिवर्तन अवश्य होगा .
at last you said, you have read lots of books on positive thinking etc., all are good books, but you know there is side effect of these books too (It makes reader to over think more and more). Reading is good, but action is better. In my life i faced one who read many books of stephen covy, attended lots of seminar, but in real life even could not adopt a simple habit of careful listening, and just due to that suffered loss.
So, Again fight with new confidence, even if defeated, still will proud on your defeat as if there is nothing left to receive, one gets divine blessings of Sai, if let the light of Sai remain in the heart, even at worst phase of life, figthing with all thunders.
May Sai Bless You with ultimate strength and great success!
om sri sai ram!
ॐ श्री साईं राम!